Delhi Chalo March: दिल्ली सरकार ने 9 स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की पुलिस की अर्जी खारिज की, कहा- जायज हैं किसानों की मांगे
अरविंद केजरीवाल (Photo Credits: ANI Twitter)

नई दिल्ली:- पंजाब से दिल्ली कूच के लिए निकले किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. किसान अब पीछे हटने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं. इस दौरान सिंधु बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है. किसानों को तितर-बितर करने लिए पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले तक दाग रही है. लेकिन लग रहा है कि किसानों का यह आंदोलन इतने जल्दी थमने वाला नहीं है. हजारों की संख्या में पंजाब और हरियाणा से किसान दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं. ऐसे में पुलिस ने दिल्ली सरकार से 9 स्टेडियम की मांग की थी. स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाया जाए. लेकिन पुलिस की इस मांग को केजरीवाल की सरकार ने खारिज कर दिया. इसी के साथ सीएम केजरीवाल की सरकार ने पत्र भी जारी किया है.

पत्र में लिखा है, किसानों की मांगें जायज है. केंद्र सरकार को किसानों की मांगें तुरंत माननी चाहिए. किसानों को जेल में डालना इसका समाधान नहीं है. इनका आंदोलन बिल्कुल अहिंसक है. अहिंसक तरीके से आंदोलन करना हर भारतीय संवैधानिक अधिकार है. उसके लिए जेल में नहीं डाला जा सकता, इसलिए स्टेडियम को जेल बनाने की दिल्ली पुलिस की इस अर्जी को दिल्ली सरकार तुरंत नामंजूर करती है. Delhi Chalo Protest: दिल्ली बॉर्डर पर किसानों और पुलिस में दंगल, कहीं आंसू गैस के गोले दागे तो कहीं पर हुई झड़प (Watch Video)

ANI का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि दिल्ली पुलिस किसानों से मार्च आगे नहीं ले जाने का अनुरोध करने के लिए लगातार घोषणाएं कर रही है, हालांकि, बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए किसानों ने बार-बार किए जा रहे अनुरोधों पर ध्यान नहीं दिया और दिल्ली में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं. टिकरी सीमा पर सुरक्षा घेरा पार करने की कोशिश करने पर किसानों को खदेड़ने के लिए हल्का लाठीचार्ज भी किया गया. इसी तरह के सिंघू सीमा पर भी देखे गए, जहां दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए कई आंसू गैस के गोले दागे.