भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. मंगलवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक मरीजों की संख्या 4421 हो गई है. जबकि अभी तक 114 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस के सबसे अधिक मरीज महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, राजस्थान, तमिनाडु, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्य पाए जा रहे हैं. इसके अलावा प्रत्येक राज्य वायरस की महामारी से जूझ रहा है. इस वायरस से निपटने के लिए सभी राज्यों ने अपनी-अपनी तैयारियों को भी पहले से ही शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कोरोना को रोकने के लिए हमने कई एक्पर्ट से बातचीत करने के बाद 5 मुख्य बिंदु बनाए हैं. जो इस तरह से है.
सीएम केजरीवाल के पहले प्लान में हैं. टेस्टिंग है.दक्षिण कोरिया ने बड़े पैमाने पर टेस्टिंग कर हर एक व्यक्ति की पहचान की. हम उनकी तरह ही बड़े पैमाने पर टेस्टिंग करने जा रहे हैं. दूसरा T ट्रेसिंग प्लान है. ट्रेसिंग दिल्ली के अंदर बहुत अच्छे स्तर पर चल रही है। हमने पुलिस की मदद भी लेनी शुरू कर दी है। हमने पुलिस को 27,702 लोगों के फोन नंबर दिए हैं ये पता करने के लिए कि वे लोग जो सेल्फ क्वारंटाइन में हैं वे लोग घर में रह रहें कि नहीं.
तीसरे T प्लान में ट्रिटमेंट है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमित मरीजों के लिए हमने 3000 बेड की सुविधा तैयार कर लिए हैं. जीबी पंत हॉस्पिटल में 500 और 400 बेड प्राइवेट अस्पताल में है. चौथा T प्लान में टीम वर्क है जिसे सभी को मिलकर करना है. वहीं पांचवा T प्लान ट्रैकिंग और मॉनीटरिंग है.
ANI का ट्वीट:-
We have formed a 5-step plan after talking to experts, that how will we control #Coronavirus in Delhi in the time to come. This is a '5 Ts plan': Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/2EstU6zrkn
— ANI (@ANI) April 7, 2020
इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज हम 2000 ऐसे लोगों के फोन नंबर देने जा रहे हैं ये पता लगाने के लिए कि जो लोग मरकज में थे, वो कहीं आसपास के क्षेत्र में तो नहीं घूमें थे. वे जिन क्षेत्रों में गए होंगे उसे सील कर दिया जाएगा और उनकी निगरानी की जाएगी. बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 525 हो गई जबकि अब तक इससे सात व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. इन मामलों में 329 वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने पिछले महीने निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था.