नीतीश कुमार का अमित शाह के साथ दिल्ली में प्रचार करना है कई मायनो में खास, बिहार की सियासत पर ऐसा पड़ेगा असर

अमित शाह और नीतीश कुमार ऐसे समय में एक साथ दिखे हैं जब उनकी ही पार्टी के नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे थे. दोनों नेताओं का साथ आना पार्टी के साथ-साथ जनता के लिए एक संदेश के रूप में नजर आ रहा है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और बिहार के सीएम नीतीश कुमार की संयुक्त रैली कई मायनों में खास है. जुलाई 2017 में एनडीए में जेडीयू की वापसी के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली संयुक्त रैली थी. यह रैली अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता ने कई बार सीएम नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंच पर एक साथ देखा है. लेकिन यह पहला मौका था जब नीतीश कुमार के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने मंच साझा किया. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं की यह सयुंक्त एनडीए के लिए बेहद अहम है. दोनों नेताओं का साथ आना पार्टी के साथ-साथ जनता के लिए एक संदेश के रूप में नजर आ रहा है.

अमित शाह और नीतीश कुमार ऐसे समय में एक साथ दिखे हैं जब उन्ही ही पार्टी के नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे थे. पार्टी नेता उपचुनावों में हार सहित कई मुद्दों पर नीतीश कुमार को किनारे करने की कोशिश कर रहे थे. बिहार में नेतृत्व को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे. लेकिन इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह ने आलोचकों का मुहं यह बोल कर बंद कर दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बिहार में NDA के नेता हैं. अमित शाह ने सार्वजानिक रूप से ऐलान किया कि बिहार में NDA नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव में ही चुनाव लड़ेगी.

इसके बाद नीतीश कुमार कुमार ने भी बीजेपी विरोधी रूख रखने वाले प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को पार्टी से निकल जाने का इशारा देकर अमित शाह के ऐलान को दम दिया. दोनों नेताओं की बातों जहां आलोचकों के मुहं बंद हुए वहीं बीजेपी और जेडीयू की मजबूती दिखी जिसका असर निश्चित रूप से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में पड़ेगा.

बिहार की सियासत पर पड़ेगा असर

एनडीए गठबंधन की मजबूती दिखाने के लिए रविवार को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जेडीयू उम्मीदवार के लिए एक रैली की इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने दूसरे जेडीयू उम्मीदवार के लिए रैली की. बीजेपी के दो बड़े नेताओं का जेडीयू उम्मीदवारों के लिए रैली में उतरना दिल्ली के साथ-साथ बिहार चुनाव पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा.

इस बीच जेडीयू के दिल्ली प्रभारी और बिहार सरकार में मंत्री संजय कुमार झा ने कहा, "अमित शाह के साथ मंच साझा लंबा चलेगा ताकि पार्टी के अंदर और बाहर आलोचकों का मुंह बंद कराया जा सके कि एनडीए एक, मजबूत और एकजुट है." दोनों नेताओं की यह जोड़ी चुनाव में क्या कमाल लाती है यह देखने वाली बात होगी. दिल्ली में दो सीट पर जेडीयू के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.

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