दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Elections 2020) के लिए वोटों की गिनती जारी है. रुझानों के अनुसार आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा है. बीजेपी का प्रदर्शन साल 2015 के मुकाबले बेहतर हुआ है लेकिन कांग्रेस की स्थिति पहले की तरह ही बनी हुई है. रुझानों की मानें तो इस चुनाव में भी कांग्रेस को खाली हाथ रहना पड़ सकता है. दिल्ली की 70 सीटों के रुझान आ चुके हैं लेकिन अभी तक कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है. इस बीच कांग्रेस ने भी अपनी हार स्वीकार कर ली है. कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा (Mukesh Sharma) ने ट्वीट कर सार्वजनिक रूप से अपनी हार स्वीकार कर ली है.
मुकेश शर्मा ने ट्वीट किया, "मैं अपनी हार स्वीकार करते हुए, विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदाताओं व कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि क्षेत्र का चौमुखी विकास होगा. मैं भविष्य में भी दिल्ली, विकासपुरी व उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा."
यहां देखें मुकेश शर्मा का ट्वीट-
मैं अपनी हार स्वीकार करते हुए, विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदाताओं व कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि क्षेत्र का चौमुखी विकास होगा।
मैं भविष्य में भी दिल्ली, विकासपुरी व उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा।
— Mukesh Sharma (@MukeshSharmaMLA) February 11, 2020
हालांकि, कांग्रेस "अच्छे परिणामों" की उम्मीद कर रही है. कांग्रेस को उम्मीद थी कि यह साल 2013 की तरह इस बार उनका प्रदर्शन बेहतर होगा. साल 2013 में कांग्रेस को आठ सीटों पर जीत हासिल हुई थी. लेकिन 2020 चुनाव नतीजों में कांग्रेस की हालात 2015 के चुनाव की तरह ही खस्ता दिख रही है. साल 2015 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी. दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है.
इस बार, दिल्ली विधानसभा के लिए कुल 672 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 593 पुरुष और 79 महिला उम्मीदवार हैं. इस चुनाव में कुल 62.59 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2015 के विधानसभा चुनाव 67.49 प्रतिशत से लगभग पांच प्रतिशत कम है.
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 3 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को इस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी. इस बार के चुनाव बीजेपी ने अपने ताबड़तोड़ प्रचार से कुछ कामयाबी जरुर हासिल की है, लेकिन केजरीवाल की आंधी में बीजेपी का यह प्रचार वह जादू नहीं दिखा सका जिससे सत्ता हासिल हो. दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर वोटों की गिनती जारी है. कई सीटों पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच मुकाबला कड़ा दिख रहा हैं. अभी तक के रुझानों में दिल्ली में आम आदमी पार्टी ही सत्ता में वापसी कर रही है.