दिल्ली में अभी हुए चुनाव तो खिलेगा कमल, छीन सकती है CM अरविंद केजरीवाल की कुर्सी
एक सर्वे में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यदि अभी चुनाव हों तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 42 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे में शुक्रवार को कहा गया कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में तीन सीटें जीतने वाली बीजेपी को अभी मतदान होने की स्थिति में बहुमत प्राप्त हो सकता है.
नई दिल्ली: एक सर्वे में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में यदि अभी चुनाव हों तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 42 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे में शुक्रवार को कहा गया कि वर्ष 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) में तीन सीटें जीतने वाली बीजेपी को अभी मतदान होने की स्थिति में बहुमत प्राप्त हो सकता है.
बीजेपी के लिए ग्लोबल एक्शन यंग नेटवर्क की ओर से किए गए सर्वे में कहा गया कि बीजेपी को जहां 42 सीटें मिलेंगी, वहीं सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को 26 और कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा- हम नए नागरिकता कानून के खिलाफ हैं
आप ने पिछले विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 67 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी. बीजेपी के लिए कराए गए सर्वे में कहा गया कि इस बार बीजेपी अपने वोट प्रतिशत में सुधार करते हुए 46.6 प्रतिशत प्राप्त कर सकती है. वहीं, आप पार्टी को 31.8 प्रतिशत वोट के साथ ही संतोष करना पड़ सकता है. कांग्रेस और अन्य को 15.4 व 6.2 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है.
इस सर्वे में कहा गया है कि "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आप सरकार से 63 प्रतिशत लोग खुश नहीं हैं."
इसमें कहा गया है कि वादों के अनुसार, आप पार्टी की सरकार ने निजी स्कूलों की फीस में कटौती, दिल्ली परिवहन निगम में बसों की वृद्धि, रिहायशी इलाकों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों में वृद्धि और साफ पानी जैसे अपने वादों को पूरा नहीं किया.
सर्वे में 68 प्रतिशत लोगों ने ऐसा माना की दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है.
इसमें कहा गया कि 81 प्रतिशत के साथ दिल्ली की जनता सबसे अधिक भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करती है. इसके बाद केजरीवाल का नंबर आता है.