Delhi: कोरोना सकंट के बीच AAP-BJP की 'राजनीति', मनीष सिसोदिया ने केंद्र तो आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर फोड़ा ठीकरा
मनीष सिसोदिया और आदेश गुप्ता (Photo Credits: ANI)

कोरोना महामारी की मौजूदा लहर के कहर से दिल्ली (Delhi) जूझ रही है. राष्ट्रीय राजधानी में हर दिन कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं और सैकड़ों लोगों की जान भी जा रही है. संकट की इस घड़ी में भी राजनीतिक पार्टियां 'सियासत' कर रही हैं. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP)  के नेताओं ने रविवार को एक-दूसरे की सरकारों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता  (Aadesh Gupta) ने कहा कि ऐसे समय में जब दिल्ली के लोग सांस के लिए हांफ रहे हैं और बीजेपी, आरएसएस (RSS) और अन्य संगठन लोगों की मदद कर रहे हैं, दिल्ली सरकार के मंत्री और विधायक दवाओं और ऑक्सीजन (Oxygen) की कालाबाजारी और जमाखोरी में शामिल हैं. दिल्ली सरकार और आप इस संकट के लिए जिम्मेदार हैं. यह भी पढ़ें- Delhi: होम आइसोलेशन वाले COVID मरीजों के लिए केजरीवाल सरकार की नई पहल, ऑक्सीजन के लिए delhi.gov.in पर करें आवेदन.

आदेश गुप्ता ने कहा कि इससे पहले 6 मार्च को, केंद्रीय सरकार ने दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन की खरीद की व्यवस्था के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. लेकिन जब उन्हें अस्पतालों से दबाव मिला, तो उन्होंने (दिल्ली सरकार) 18 अप्रैल को क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर के लिए विक्रेताओं की तलाश शुरू कर दी. उधर, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने वैक्सीन एक्सपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अगर अपने देश में लोगों को पहले वैक्सीन लगाए जाते तो बड़ी संख्या में जीवन बचाए जा सकते थे.

आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर साधा निशाना-

मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब हमारे अपने देश में लोग मर रहे थे, उस समय केंद्र ने केवल अपनी छवि प्रबंधन के लिए अन्य देशों को वैक्सीन की बिक्री की, जो कि केंद्र सरकार द्वारा किया गया जघन्य अपराध है. एक अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने 93 देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन की बिक्री की, जिनमें से 60 फीसदी में संक्रमण नियंत्रण में था और वहां वायरस के चलते लोगों को जान का खतरा नहीं था.

केंद्र सरकार पर हमलावर हुए मनीष सिसोदिया-

डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में युवाओं की जान चली गई. उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीन का एक्सपोर्ट करने के बजाय इन लोगों को वैक्सीन लगाया गया होता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी. सिसोदिया ने कहा कि केंद्र को अब यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में निर्मित वैक्सीन इसकी कमी का सामना कर रहे राज्यों को उपलब्ध कराए जाएं.