Delhi Water Crisis: दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच पानी की किल्लत जारी है. पानी की समस्या के लिए एक तरफ केजरीवाल सरकार ने हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया है, तो दूसरी तरफ भाजपा इस मुद्दे पर लगातार आप सरकार को घेर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली भाजपा के तमाम नेताओं ने बुधवार को दिल्ली नगर निगम के सभी वार्डों में राज्य सरकार की विफलता को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. चांदनी चौक लोकसभा सीट से भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ किशनगंज के मोती बाग कॉलोनी में 'पदयात्रा' प्रदर्शन किया. उन्होंने केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार पानी को लेकर दिल्ली के लोगों के साथ विश्वासघात कर रही है. लोगों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसा रही है.
खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में पूरी तरह से टैंकर माफिया का भ्रष्टाचार छाया हुआ है. टैंकर माफिया और दिल्ली सरकार के कुप्रबंधन की वजह से जनता को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. दिल्ली के मंत्री और विधायक दोनों मिलकर पानी की चोरी करा रहे हैं. पानी की सप्लाई आज टैंकरों के भरोसे है, जनता गंदा और बदबूदार पानी पीने के लिए मजबूर है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस समय पानी की सप्लाई पर्याप्त है. इसके बावजूद लोग टैंकरों के भरोसे हैं. दरअसल, दिल्ली में 53 प्रतिशत से ज्यादा पानी बर्बाद हो रहा है. बीते नौ साल में दिल्ली जल बोर्ड को मिले 28,400 करोड़ रुपये का कोई हिसाब नहीं है। वर्ष 2014 से पहले दिल्ली जल बोर्ड 600 करोड़ रुपये लाभ में था, लेकिन अब वह 73 हजार करोड़ रुपये के घाटे में है. इससे साफ है कि दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का राज है.
केजरीवाल सरकार पर हमला तेज करते हुए खंडेलवाल ने कहा कि पानी कोई खैरात नहीं है, यह दिल्ली के लोगों का अधिकार है. केजरीवाल सरकार दिल्ली पर राज कर रही है, इसलिए वह दिल्ली के लोगों के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकती. दिल्ली में केजरीवाल सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है, इसलिए नैतिकता के नाते इस सरकार को अब इस्तीफा दे देना चाहिए. दिल्ली भाजपा प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि दिल्ली में पानी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है. अस्पतालों में भी मरीजों को अब पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. अफसोस की बात की बात है कि भ्रष्टाचार में डूबी केजरीवाल सरकार जनता को पानी देने में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार जब भी किसी समस्या में होती है, वह आरोप-प्रत्यारोप शुरू कर देती है. कभी केंद्र पर, कभी एलजी पर तो कभी दूसरे राज्यों पर दोष मढ़ देते हैं. पानी की किल्लत को लेकर भी सरकार आरोप लगाने से बाज नहीं आ रही है. दिल्ली सरकार को बताना चाहिए कि लोगों को जब टैंकर से पानी मिल सकता है तो पाइप लाइन से क्यों नहीं.