कोरोना को लेकर कांग्रेस ‘तुच्छ राजनीति’ कर रही है, कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट मोर्चे पर आए: भाजपा

कोरोना वायरस से निपटने के केंद्र सरकार के प्रयासों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर ‘‘तुच्छ राजनीति’’ करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं ने गुरूवार को विपक्षी दल पर जिम्मेदार भूमिका निभाने और इस महामारी से एकजुट होकर निपटने को कहा.भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला.

भारतीय जनता पार्टी (Photo Credits: IANS)

नयी दिल्ली. कोरोना वायरस से निपटने के केंद्र सरकार के प्रयासों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर ‘‘तुच्छ राजनीति’’ करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं ने गुरूवार को विपक्षी दल पर जिम्मेदार भूमिका निभाने और इस महामारी से एकजुट होकर निपटने को कहा.भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला. गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि जब भी देश की एकजुटता की बात आई है तब कांग्रेस ने अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए सदैव ही जनता को गुमराह कर देश और समाज को बांटने की राजनीति करने का प्रयास किया है.

वहीं, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘’‘ सम्पूर्ण विश्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व भारत सरकार के प्रयासों की सराहना हो रही है. प्रधानमंत्री सभी राज्य सरकारों को साथ लेकर टीम इंडिया के रूप में इस लड़ाई को लड़ रहे है। कठिन समय में कांग्रेस को एक ज़िम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में काम करना चाहिए. ’’इससे पहले, सोनिया गांधी ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लॉकडाउन को योजना बनाए बिना लागू किया गय. सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि लॉकडाउन जरूरी हो सकता है लेकिन इसके अनियोजित क्रियान्वयन से लाखों प्रवासी श्रमिकों को परेशानी और तकलीफ उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से बने हालात से निपटने के लिए सरकार को एक विस्तृत रणनीति बनाना चाहिए थी. यह भी पढ़े-कोविड-19: देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या हुई 2069, पिछले 24 घंटे में 235 नए मामले आए सामने

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस पर जीत की लड़ाई में समग्र भारत के एकजुट प्रयासों की न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में सराहना हो रही है. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर विश्व की तमाम महाशक्तियां कोरोना को हराने और इसे ख़त्म करने के लिए भारत और प्रधानमंत्री मोदी की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है. उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतवासी कोविड-19 वायरस को हराने के लिए एकजुट और कटिबद्ध हैं लेकिन इस विषम परिस्थितियों में भी कांग्रेस तुच्छ राजनीति करने से बाज नहीं आ रही.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ यह कांग्रेस की पुरानी आदत रही है कि जब भी राष्ट्रहित की बात आई है या देश की एकजुटता की बात आई है तो उसने हमेशा से एक अलग राह पकड़ी है और अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उसने सदैव ही जनता को गुमराह कर देश और समाज को बांटने की राजनीति करने का प्रयास किया है. विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। आखिर कांग्रेस कब अपनी स्वार्थपूर्ण राजनीति के ऊपर राष्ट्रहित को तरजीह देगी ?

वहीं भाजपा अध्यक्ष ने कहा, आज जब सम्पूर्ण देश एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहा है, उस समय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा दिया गया बयान संवेदनहीन और अशोभनीय है. नड्डा ने कहा, ‘‘ यह राजनीति करने का नहीं, देश की सेवा करने का समय है. हमें एकजुट होकर लड़ना है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी को साथ लेकर चल रहे हैं और देशव्यापी लॉकडाउन सहित उनकी ओर से उठाये गए कदमों की पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है.

जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम सभी को एक दिशा में काम करना चाहिए और मिलकर इस महामारी का मुकाबला करना चाहिए. कोरोना वायरस को परास्त करने के बाद राजनीति करने के और भी मौके आयेंगे. ’’

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ ‘एकजुट संकल्प’ का प्रदर्शन कर रहा है और ऐसे समय में यह स्तब्ध करने वाला है कि सोनिया गांधी ने लॉकडाउन पर सवाल उठाया. प्रसाद ने कहा, ‘‘ भारत चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा है. वक्त की जरूरत है कि हर किसी को राजनीतिक मतभेदों को भूलकर एक स्वर में बोलना चाहिए और एकजुट संकल्प का प्रदर्शन करना चाहिए. ’’

Share Now

\