नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को संकेत किया कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव आर्थिक मुद्दों पर लड़ेगी, जिसमें न्यूनतम आय गारंटी, कृषि ऋण माफी, रोजगार और जीएसटी का गलत कार्यान्वयन शामिल होंगे. हाल ही में पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव बनाई गईं प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने गांधीनगर में पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद आयोजित रैली में पहली बार लोगों को संबोधित किया, और उनके संबोधन ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह आम चुनाव में पार्टी के लिए भीड़ खींचने वाली नेता साबित हो सकती हैं.
उन्होंने लोकसभा चुनाव को आजादी की दूसरी लड़ाई करार दिया और लोगों से कहा कि वे जिन वास्तविक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उसे हरगिज न भूलें, क्योंकि भाजपा नेतृत्व वाली सरकार इन मुद्दों को राष्ट्रवाद, पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले की आड़ में धकेल देना चाहती है. उन्होंने कहा कि वह गुजरात और साबरमती आश्रम पहली आर आई हैं और उन्होंने जनसमूह के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव बनाने की कोशिश की.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narendra Modi) का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी सरकार पर तीखे हमले किए. इसके विपरीत राहुल गांधी ने मोदी पर सीधा हमला किया और उन्हें भ्रष्ट और चोर कहा. गांधी ने बीजेपी पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी को सिर्फ अपने एक धनी मित्र की चिंता है और उन्हें किसानों, आम लोगों की चिंता नहीं है.
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उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर यह काम करेगी. व्यापार व व्यवसाय की संस्कृति के लिए जाने जानेवाले राज्य में राहुल ने एक बड़ी घोषणा यह की कि सत्ता में आने पर कांग्रेस जीएसटी के ढांचे में सुधार करेगी और मौजूदा पांच के बजाय 'सिंगल जीएसटी रेट' का रूप देगी.
राहुल ने जनसभा में मौजूद लोगों को बताया कि कांग्रेस राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता में आने के बाद किस तरह दो दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ किया. उन्होंने मोदी पर युवाओं के लिए दो करोड़ नौकरियां पैदा करने का वादा पूरा न करने का आरोप भी लगाया.