Bihar Assembly Elections 2020: कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने RJD नेता तेजस्वी यादव की 'समझ' पर उठाए सवाल, मिला ये जवाब
बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में भले ही टिकट बंटवारे को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन उसके पहले ही दोनों दलों के नेता अब आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने जहां लालू प्रसाद के जेल में रहने पर अफसोस जताते हुए तेजस्वी यादव की समझ पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया, उन्हें बिहार की वस्तुस्थिति से परिचित नहीं होने की बात तक कह डाली.
पटना, 2 अक्टूबर: बिहार (Bihar) में विपक्षी दलों के महागठबंधन में भले ही टिकट बंटवारे को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन उसके पहले ही दोनों दलों के नेता अब आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) ने जहां लालू प्रसाद के जेल में रहने पर अफसोस जताते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की समझ पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया, तो राजद ने भी अब गोहिल को आईना दिखाते हुए उन्हें बिहार की वस्तुस्थिति से परिचित नहीं होने की बात तक कह डाली.
बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन को लेकर सीट बंटवारा का मुद्दा अब तक नहीं सुलझा है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के नेता 75 से 80 सीटों पर अड़े हुए हैं, जबकि राजद 58 सीट देने पर राजी है. ऐसे में दोनों के नेता अब आमने-सामने आ गए हैं. गोहिल गुरुवार को दिल्ली में पार्टी की स्क्रीनिंग कमिटि की बैठक के बाद रात अचानक पटना पहुंच गए. पटना पहुंचने पर उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजद को सीट बंटवारे को लेकर आड़े हाथों लिया. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद होते तो इतनी देर नहीं होती. दुर्भाग्यवश वे जेल में हैें.
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गोहिल ने कहा, वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव और 2010 के विधानसभा चुनाव में राजद देख चुकी है कि कांग्रेस से अलग लड़ने का नतीजा क्या हुआ है. 2015 के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए, तुरंत कांग्रेस से गठबंधन कर लिया था. उसका परिणाम सभी लोगों के सामने हैं. अगर वह होते, तो आज ऐसी स्थिति नहीं होती. उन्होंने आगे कहा, तेजस्वी युवा चेहरा हैं. वहीं, जो कम अनुभवी लोग होते हैं, उन्हें लोग गुमराह भी करते हैं. सीटों के बंटवारे को लेकर देर बहुत हो गई है. अब गेंद राजद के पाले में है. हमारे साथी भी चाहते हैं कि सीटों पर जल्द निर्णय हो जाए.
गोहिल ने आगे कहा कि कांग्रेस (Congress) राजद को छोडना नहीं चाहती है, लेकिन अगर राजद ऐसी नौबत लाती है, तो कांग्रेस भी एक राजनीतिक पार्टी है और कांग्रेस इसके लिए 'एक्सरसाईज' कर रही है. इधर, कांग्रेस के तेजस्वी की समझ पर उठाए गए प्रश्नों को लेकर अब राजद भडक गई है. राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "कांग्रेस के प्रभारी गोहिल को बिहार की वस्तुस्थिति पता नहीं है. बिहार की 12 करोड़ जनता तेजस्वी के नाव पर सवार है, जो नाव में छेद करेगा उसे यहां की जनता डूबा देगी."
उन्होंने कहा कि शक्ति सिंह यहां के विरोधी दल के नेता और मुख्यमंत्री के चेहरा तेजस्वी यादव पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजद को अगर कोई छेड़ेगा उसे हम उसे भी नहीं छोड़ेंगे.