नई दिल्ली, 31 अक्टूबर: मुंगेर में हिंसा के बाद कांग्रेस (Congress) मुखर है और वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार को बैकफुट पर रखने के लिए इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है. हिंदू श्रद्धालुओं को पुलिस द्वारा कथित रूप से पीटने की घटना के बाद मुंगेर में हिंसा देखने को मिली है. शुक्रवार को कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को एक ज्ञापन सौंपा और नीतीश कुमार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. मुंगेर में हिंसा के साथ, कांग्रेस को हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा को घेरने का अवसर मिल गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पूछा, प्रधानमंत्री इस पर चुप क्यों हैं?
कांग्रेस ने कहा कि जब एसपी और डीएम को चुनाव आयोग ने पद से हटा दिया, तब तो यह खराब शासन का मामला है. विपक्ष ने घटना के समय मुंगेर के एसपी को भी दोषी ठहराया है, जो जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता की बेटी है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने इस मुद्दे पर कहा, मैं आपसे प्रश्न पूछना चाहता हूं: क्या इस देश में सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ दुर्गा पूजा करना अपराध है और अगर इसमें कुछ उल्लंघन है, तो क्या यह मनुष्यों के साथ जानवरों की तरह व्यवहार करने का तरीका है? क्या मानव के लिए कोई सम्मान नहीं है?
सिंघवी ने मुंगेर घटना को बर्बर एवं क्रूर करार दिया. कांग्रेस की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर हमला बोला है. पार्टी सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुंगेर जिले में हुई हिंसक घटनाएं 'हिंदुत्व' पर हमला है और सवाल किया कि राज्य सरकार मामले में चुप्पी क्यों साध रही है. राउत ने कहा, देवी दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद पुलिस गोलीबारी में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई. यह बिहार में 'हिंदुत्व' पर सीधा हमला है, लेकिन राज्य सरकार मामले में क्या कर रही है?