West Bengal Assembly Election 2021: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन, हाईकमान ने दी मंजूरी
पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) आमने-सामने आ गई है. दोनों दल एक दूसरे को घेरने का एक भी मौका चुक नहीं रहे है. बीजेपी (BJP) अपना मिशन 200 पूरा करने की कवायद में जुटी है. तो वहीं, ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) अपना गढ़ बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं. लेकिन इन दो दलों के अलावा कांग्रेस भी अब पश्चिम बंगाल में जीत की उम्मीद लिए मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और लेफ्ट के एक साथ चुनाव लड़ने की तैयारी करेंगे.
West Bengal Assembly Election 2021: पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) आमने-सामने आ गई है. दोनों दल एक दूसरे को घेरने का एक भी मौका चुक नहीं रहे है. बीजेपी (BJP) अपना मिशन 200 पूरा करने की कवायद में जुटी है. तो वहीं, ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) अपना गढ़ बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं. लेकिन इन दो दलों के अलावा कांग्रेस भी अब पश्चिम बंगाल में जीत की उम्मीद लिए मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और लेफ्ट के एक साथ चुनाव लड़ने की तैयारी करेंगे.
लोकसभा (Lok Sabha) में कांग्रेस के नेता और पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने ट्वीट कर कहा, आज कांग्रेस आलाकमान ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में लेफ्ट पार्टियों के साथ चुनावी गठबंधन को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी है. अब पश्चिम बंगाल चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस और लेफ्ट की युति होगी. इससे पहले कांग्रेस और लेफ्ट ने एक साथ 2016 के विधानसभा चुनाव में लड़ा था. उस समय कांग्रेस विधानसभा में दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. तब कांग्रेस ने 44 सीटो पर जीत दर्ज की थी. जबकि लेफ्ट को सीपीएम को 26 सीटें मिली थी. दिल्ली पुलिस ने प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया, राहुल गांधी ने कही ये बात.
अधीर रंजन चौधरी का ट्वीट:-
2016 के विधानसभा चुनाव की गणित और बड़ी जीत के उम्मीद से एक बार फिर कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मैदान में उतरने वाले हैं. बंगाल चुनाव में कांग्रेस किसी भी हाल में जीत हासिल करना चाहेगी. पिछले कुछ चुनाव में कांग्रेस की हालत खस्ती रही. उसे कई जगह मात खानी पड़ी. वहीं, बंगाल चुनाव उसके लिए के उम्मीद की किरण बनकर आई है. जहां जीत का परचम लहराकर कांग्रेस एक बार फिर अपना दबदबा कायम और मोदी के जीत के रथ को रोकना चाहेगी.