पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में टीएमसी की धर्मताला रैली में भारी भीड़ को संबोधित करते हुए बारिश में भीग गईं. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. टीएमसी की शहीद दिवस रैली में ममता बनर्जी ने कहा, "मैंने कई लड़ाईयां लड़ी हैं और आगे भी लड़नी हैं. जब तक जीवित हूँ, तब तक लड़ूंगी. जहाँ हम जीते हैं, वहाँ जाकर लोगों का धन्यवाद करें और जहाँ हम नहीं जीते हैं, वहाँ लोगों के घर जाकर उनसे माफ़ी मांगें और पूछें कि हमने क्या गलती की है और उस गलती को सुधारें. लेकिन मुझे पता है कि जनता जल्द ही केंद्र सरकार को 'ता-बाय' कहेगी." इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि अगर बांग्लादेशी हमारे दरवाजे पर आते हैं, तो हम उन्हें आश्रय देंगे.
#WATCH | West Bengal CM #MamataBanerjee addresses a large gathering in Kolkata during #TMC's Dharmatala Rally. pic.twitter.com/fVaEwC7PcQ
— TIMES NOW (@TimesNow) July 21, 2024
टीएमसी की शहीद दिवस रैली में ममता बनर्जी ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जिसके 38% चुने हुए सांसद महिलाएं हैं. चुनाव से पहले कई लोगों ने राजनीति में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण देने का दावा किया था, लेकिन ऐसा नहीं कर सके. हम एकमात्र पार्टी हैं जिसने 38% महिला प्रतिनिधियों को सुनिश्चित किया है."
West Bengal: "I was observing that Didi (Mamata Banerjee), looking at her workers, was trying to connect with them with a sense of happiness. This bond between a leader and workers is what strengthens the party...I want to say that 'Julm ki khilafat mei jo jaan daav par lagate… pic.twitter.com/je20AwfJ1f
— IANS (@ians_india) July 21, 2024
तृणमूल शहीद दिवस रैली में ममता बनर्जी ने कहा, “मैं चाहती हूं कि बंगाल के भारत के साथ अच्छे संबंध हों. मैं आपका (अखिलेश यादव) यहां आने के लिए धन्यवाद करती हूं. मैं समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश में खेले गए खेल के लिए बधाई देना चाहती हूं. मैं आपसे सहमत हूं कि दिल्ली में जो सरकार एजेंसियों और चुनाव आयोग की नियुक्ति करके लाई गई है, वह स्थिर नहीं है, वह सरकार कभी भी गिर सकती है."
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "मैं देख रहा था कि दीदी (ममता बनर्जी) अपने कार्यकर्ताओं को देखकर खुशी की भावना के साथ उनसे जुड़ने की कोशिश कर रही थीं. एक नेता और कार्यकर्ताओं के बीच यह बंधन ही पार्टी को मजबूत करता है...मैं कहना चाहता हूं कि 'जुल्म की खिलाफत में जो जान दाव पर लगाते हैं, वो इतिहास में शहीदों की तरह याद किये जाते हैं'..."