नागरिकता संशोधन विधेयक पर बोले बांग्लादेश के विदेश मंत्री, उम्मीद करते हैं भारत कुछ ऐसा नहीं करेगा जिससे रिश्तों में खटास आए
बांग्लादेश के विदेशमंत्री एके अब्दुल मोमेन ( फोटो क्रेडिट- ANI )

नई दिल्ली:- नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) राज्यसभा में पारित हो गया. इससे पहले विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है. राज्यसभा में विधेयक के पक्ष में 125 जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े. इस बीच बांग्लादेश (Bangladesh) के विदेशमंत्री एके अब्दुल मोमेन (Dr AK Abdul Momen) का एक बयान सामने आया है, जिसमे उन्होंने कहा कि भारत की कई अंदरूनी समस्या हैं, जिसके साथ भारत जूझ रहा है. ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि भारत कोई भी ऐसा काम नहीं करेगा जिससे हमारे रिश्तों दरार आए. उन्होंने कहा कि बंगलादेश में सौहार्द का वातावरण है, अगर गृहमंत्री अमित शाह बंगलादेश आकर कुछ दिन रुकते हैं तो वो देख सकते हैं कि यहां कितना भाईचारा है. यह जानकारी बांग्लादेशी मीडिया ने दी है.

बंगलादेश के विदेश मंत्री अब्दुल मोमेन ने वहां की स्थानीय मीडिया से चर्चा के दौरान कहा, ऐतिहासिक रूप से भारत सहिष्णु देश है जो धर्मनिरपेक्षता में भरोसा करता है लेकिन यह छवि कमजोर होगी अगर वे इससे हटेंगे. बता दें कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक में 31 दिसंबर 2014 तक भारत में बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से धार्मिक आधार पर सताए जाने के कारण आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है. नागरिकता संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी मिलने के बाद अब देश के विभिन्न हिस्सों में अवैध तरीके से निवास करने वाले अप्रवासियों के लिए अपने निवास का कोई प्रमाण पत्र नहीं होने के बावजूद नागरिकता हासिल करना आसान हो जाएगा.

यह भी पढ़ें:- नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल के घर पथराव, प्रदर्शनकारियों ने चबुआ और पनटोला रेलवे स्टेशन पर की तोड़फोड़.

कहीं जश्न तो कहीं हंगामा

राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill 2019) के पारित हो जाने के बाद एक ओर जहां पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों में खुशी का माहौल है तो वहीं दूसरी तरफ इस बिल के विरोध में हिंसक प्रदर्शन की खबरें भी आ रही हैं. नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने पर इसके हिंसक विरोध का अंदेशा जताते हुए असम में कर्फ्यू बढ़ाए जाने के कुछ घंटे बाद ही प्रदर्शनकारियों द्वारा असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) के डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) स्थित घर पर पथराव हुआ. इसके साथ बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने चबुआ (Chabua) और पनटोला रेलवे स्टेशनों (Panitola railway stations) पर जमकर तोड़फोड़ की और वहां की संपत्तियों में आग लगा दी.