चिराग पासवान ने लोजपा के 'बंगले' चुनाव चिन्ह पर दावा दायर किया
लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग समूह) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर दावा किया कि पार्टी का "बंगला" चुनाव चिन्ह है. उनकी यह कार्रवाई बिहार के कुशेश्वर अस्थान (दरभंगा) और तारापुर (मुंगेर) विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर आई है.
पटना, 29 सितम्बर: लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) (चिराग समूह) के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर दावा किया कि पार्टी का "बंगला" चुनाव चिन्ह है. उनकी यह कार्रवाई बिहार के कुशेश्वर अस्थान (दरभंगा) और तारापुर (मुंगेर) विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर आई है.
उनके पार्टी समूह के राष्ट्रीय प्रवक्ता ए.के. बाजपेयी ने कहा, "हमने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है और पारस समूह के दावे को खारिज करने के लिए कहा है जो एक ही प्रतीक का दावा कर रहा है. पारस समूह का दावा स्वर्गीय रामविलास पासवान पार्टी के आंतरिक संविधान के अनुसार अवैध था. "उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग उपचुनाव के लिए नामांकन की तारीखों से पहले अपना रुख स्पष्ट करे. यह भी पढ़े: BJP से TMC में आए बाबुल सुप्रियो ने अब पीएम मोदी को घेरा, कहा- उन्हें बंगालियों पर भरोसा नहीं
2020 के विधानसभा चुनाव में, चिराग पासवान ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए एनडीए से नाता तोड़ लिया था, लेकिन पार्टी ने खराब प्रदर्शन करते हुए सिर्फ एक सीट जीती और जीतने वाला उम्मीदवार भी जल्द ही सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड में शामिल हो गए. चिराग पासवान को दयनीय परिणाम के लिए दोषी ठहराया गया था, और इसने उनके और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच एक दरार पैदा कर दी, जिसने अंतत: पार्टी को विभाजित कर दिया और खुद को लोजपा अध्यक्ष भी घोषित कर दिया. चिराग पासवान पारस के साथ संघर्ष में लगे हुए हैं और इसलिए पोल पैनल की मांग कर रहे हैं.