छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सोमवार को शपथ ले ली है. यह दिन भूपेश बघेल समेत पूरी कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ा था, क्यों कि पार्टी ने 15 सालों बाद राज्य में बेहद शानदार तरीके से वापसी की है. भूपेश बघेल ने राज्य के तीसरे सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण किया. हालांकि इस शपथ के लिए भूपेश बघेल की एक इच्छा अधूरी रह गई. दरअसल बघेल छत्तीसगढ़ी भाषा (Chhattisgarhi language) में शपथ लेना चाहते थे. इसकी अनुमति लेने के लिए उन्होंने राजभवन फोन भी किया लेकिन संवैधानिक पेंच के कारण राजभवन ने बघेल को इसकी अनुमति नहीं दी.
बघेल को कहा गया कि छत्तीसगढ़ी भाषा अनुसूची में शामिल नहीं है, इसलिए वे इस भाषा में शपथ नहीं ले सकते, इसलिए उन्हें हिंदी भाषा में शपथ लेनी होगी. भूपेश बघेल ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. बघेल के अलावा टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने मंत्री पद की शपथ ली. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई अन्य दलों के नेता मंच पर मौजूद रहे.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को हराकर बहुमत प्राप्त किया है. कांग्रेस ने राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 68 सीटों पर जीत हासिल की, वहीं सत्ताधारी बीजेपी मात्र 15 सीटों पर ही सिमट कर रह गई, इसके अलावा 7 सीटें अन्य के खाते में गई.