नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुई है. लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है. पुलिस प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तार भी कर रही है. लेकिन लोगों इस कानून के खिलाफ गुस्सा शांत नहीं हो रहा है. इस बीच चेन्नई से खबर है कि सीएए- एनआरसी और एनपीआर को लेकर तीन महिला और के पुरुष समेत चार लोग बंसत नगर बीच (Besant Nagar beach) पर कोलम (रंगोली) बना रहे थे. जिन्हें हिरासत में लिया और बाद सभी को छोड़ दिया.
हिरासत में लिये गए लोगों में तीन महिलाओं में गायत्री, कल्याणी, प्रगति नाम हैं. वहीं पुरुष का नाम मदन हैं. पुलिस की माने तो ये सभी लोग पुलिस के बिना परमिशन के रंगोली बना रहे थे. जिसके लिए इन्हें हिरासत में लिया गया. वहीं इन सभी को हिरासत में लेने के बाद कुछ समय तक बसंत नगर इलाके में स्तिथ पुलिस स्टेशन में रखा गया. जिसके बाद सभी को रिहा किया गया.
Chennai: Police releases the seven persons who were detained earlier today in Besant Nagar over charges of unlawful assembly and for making rangoli against #CitizenshipAmendmentAct, without prior permission. #TamilNadu pic.twitter.com/jcj0hCjFA4
— ANI (@ANI) December 29, 2019
चेन्नई में कल भी हुआ था विरोध
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ तमिलनाडु तौहीद जमात (टीएनटीजे) के सदस्यों ने शनिवार को चेन्नई की सड़कों पर प्रदर्शन किया और एक विशाल जुलूस निकाला. टीएनटीए के सदस्यों ने सीएए के विरोध में एक विशाल जुलूस निकाला, जिसमें कुछ सदस्यों के परिजनों ने भी भाग लिया. प्रदर्शनकारियों ने अपने सिर पर एक लंबा तिरंगा लहराते हुए सीएए के खिलाफ नारेबाजी की. इसी तरह के विरोध प्रदर्शन कुछ अन्य मुस्लिम संगठनों द्वारा चेन्नई कलेक्ट्रेट के बाहर किए गए.
वहीं शनिवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी इस बिल के विरोध में खूब ड्रामा देखने को मिला. जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हिंसा मामले में गिरफ्तार पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी और एक्टिविस्ट सदफ जफर के परिवार वालों से मिलने के लिए उनके घर जा रही थी. जिनके काफिले को रोकने के बाद वह एक स्कूटी पर सवार होकर दारापुरी पहुंची. यह और बात है कि प्रियंका गांधी ने इस दौरान महिला पुलिस पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने और उनका गला दबाने का आरोप लगाया.