चंदौली लोकसभा सीट 2019: बीजेपी उम्मीदवार महेन्द्रनाथ पाण्डे 24 हजार वोटों से आगे, नहीं काम आया अखिलेश-माया का गणित
बीजेपी का गढ़ है ( फाइल फोटो )

Chandauli Lok Sabha constituency 2019: यूपी के चंदौली लोकसभा सीट के चुनावी रुझान आन शुरू हो गया हैं.  चंदौली उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से एक है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में BJP के महेन्द्रनाथ पाण्डे विजयी हुए थे. वहीं इस बार  उत्तर प्रदेश के दो मुख्य विपक्षी नेता अखिलेश यादव और मायावती के साथ चुनाव लड़ने से उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ आ गया है. उत्तर प्रदेश के 80 सीटों पर कुल 7 चरण में चुनाव हुआ.

यहां से महेंद्रनाथ पाण्डेय ने बसपा के कद्दावर नेता अनिल मौर्य को हराकर सीट अपने नाम की थी. इसी के साथ महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने 2014 के चुनाव में बनारस से लगी सीट चंदौली पर पार्टी का 15 सालों का सूखा समाप्त किया था. इस बड़ी जीत के बाद से उनकी छवि मोदी और शाह की नजरों में अलग बन गई थी.

बता दें कि चंदौली, जिले के रूप में 1997 में अस्तित्व में आया. पहली बार यहां 1957 में चुनाव हुए जिसे कि कांग्रेस ने जीता था. चंदौली पहले भी बीजेपी का गढ़ माना जाता रहा है. यहां से 1991, 1996 और 1999 के आम चुनावों बीजेपी के आनंद रत्न मौर्या ने लगातार तीन जीत दर्ज की थी. लेकिन  2004  और 2009 के चुनाव में आनंद रत्न का जनाधार कम हो गया और वह दूसरे नंबर पर रहे. 2014 के चुनाव में बसपा के अनिल कुमार मौर्य को मात देकर महेंद्र नाथ ने चंदौली में फिर से कमल खिलाया था.

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बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते संगठन पर उनकी पकड़ है. साथ ही केन्द्रीय राज्यमंत्री रहते हुए इलाके में उन्होंने विकास कार्य भी करवाया है. मगर सपा-बसपा गठबंधन ने उनके सामने संजय चौहान को उम्मीदवार बनाया है. इस बार जानबूझकर गठबंधन ने सवर्ण प्रत्याशी मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने शिवकन्या कुशवाहा पर दांव लगाया है.

साल 2014 में किस पार्टी को मिले कितने वोट

बीजेपी: डॉ महेंद्रनाथ पाण्डेय, 4,14,135 वोट मिलें.

बीसपा : अनिल कुमार मौर्या, 2,57,379 वोट मिलें.

सपा : रामकिशुन, 2,04,145 वोट मिलें.

कांग्रेस: त्रुनेंद्र चंद पटेल, 27,194 वोट मिलें.