CAA Protest: दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर मुंबई में शुरू हुआ प्रदर्शन, सड़कों पर डटी हैं महिलाएं
नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में देशभर में 30 से ज्यादा वक्त से प्रदर्शन जारी हैं. इस दौरान दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) के नाम की खूब चर्चा है. दरअसल शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में महिलाएं बच्चों के साथ आंदोलन पर बैठी हैं. इनकी मांग है कि CAA को जब तक वापस नहीं लिया जाता है इनका आंदोलन जारी रहेगी. इसी के तर्ज पर देश की राजधानी मुंबई में भी आंदोलन शुरू किया गया है, नागपाड़ा में रात 10 बजे से ही महिलाओं ने यह आंदोलन शुरू किया है. इस विरोध-प्रदर्शन में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं जो हाथों में तिरंगा, बैनर और पोस्टर्स लेकर CAA और NRC को वापस लेने की मांग कर रही है.
मुंबई:- नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में देशभर में 30 से ज्यादा वक्त से प्रदर्शन जारी हैं. इस दौरान दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) के नाम की खूब चर्चा है. दरअसल शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में महिलाएं बच्चों के साथ आंदोलन पर बैठी हैं. इनकी मांग है कि CAA को जब तक वापस नहीं लिया जाता है इनका आंदोलन जारी रहेगी. इसी के तर्ज पर देश की राजधानी मुंबई में भी आंदोलन शुरू किया गया है, नागपाड़ा में रात 10 बजे से ही महिलाओं ने यह आंदोलन शुरू किया है. इस विरोध-प्रदर्शन में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं जो हाथों में तिरंगा, बैनर और पोस्टर्स लेकर CAA और NRC को वापस लेने की मांग कर रही है.
वहीं मोरलैंड रोड पर सीएए, एनआरसी और एनपीआर (NPR) के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. बता दें कि दक्षिण-पूर्व दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से सीएए के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. पिछले साल 15 दिसंबर को जामिया नगर में सीएए विरोधी हिंसक प्रदर्शन के ठीक बाद यह प्रदर्शन शुरू हुआ था. जिसमें कांग्रेस समेत कई विपक्ष के नेता भी इस आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं. यह भी पढ़ें:- उत्तर प्रदेश: मेरठ में पोलियो टीम को NPR सर्वे करने वाले समझकर बनाया बंधक और की पिटाई- पुलिस ने दर्ज किया मामला.
नागपाड़ा में रात 10 बजे से आंदोलन शुरू
बता दें कि दिल्ली के बाद नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. मुस्लिम महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध को लेकर घंटाघर पर महिलाएं इकठ्ठा हुई हैं. इन महिलाओं का कहना है कि सरकार जब तक सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेती है तब तक वह अपना धरना समाप्त नहीं करेंगी. इनके साथ बच्चे भी हैं. पुलिस ने बिना परमिशन के प्रदर्शन करने को लेकर कानून का उलंघना बताया है.