कर्नाटक में विश्वास मत के दौरान गैरहाजिर रहे BSP विधायक एन महेश, मायावती ने पार्टी से निकाला
मायावती ने ट्वीट किया, "बसपा विधायक एन. महेश को कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में मत डालने के लिए निर्देश दिए गए थे. लेकिन, वह सदन से अनुपस्थित रहे. यह स्पष्ट तौर पर अनुशासनहीनता है और पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है. महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है."
बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने कर्नाटक (Karnataka) में पार्टी के एकमात्र विधायक को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया है. पार्टी ने कर्नाटक में विश्वास मत (Trust Vote) के दौरान अपने विधायक को कुमारस्वामी सरकार (Kumaraswamy Government) के पक्ष में मत डालने के लिए कहा था लेकिन विधायक कार्यवाही में शामिल नहीं हुए. मायावती ने ट्वीट किया, "बसपा विधायक एन. महेश (N Mahesh) को कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में मत डालने के लिए निर्देश दिए गए थे. लेकिन, वह सदन से अनुपस्थित रहे. यह स्पष्ट तौर पर अनुशासनहीनता है और पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है. महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है."
मायावती का यह ट्वीट कर्नाटक में कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जेडीएस सरकार के विश्वास मत हासिल नहीं कर पाने के कारण गिर जाने के कुछ ही देर बाद आया. इससे पहले, विधानसभा में अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने ऐलान किया कि 99 विधायकों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया है जबकि 105 सदस्यों ने इसके खिलाफ मत दिया है. इस प्रकार यह प्रस्ताव गिर गया. यह भी पढ़ें- कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिरी, कुमारस्वामी ने दिया इस्तीफा, बीजेपी पेश करेगी सरकार बनाने का दावा
उधर, कर्नाटक विधानसभा में एचडी कुमारस्वामी नीत सरकार का विश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी ने 'अनैतिक ढंग' से भले ही संख्या के मामले में बढ़त हासिल कर ली, लेकिन उसे और सहयोगी जेडीएस को नैतिक जीत मिली है.
आईएएनएस इनपुट