Mumbai: छत्रपति शिवाजी के अपमान वाले मामले से ध्यान हटाने के लिए सीमा विवाद को तूल दिया गया: संजय राउत

शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को दावा किया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के ‘‘अपमान’’ मामले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद का मुद्दा उठाया गया है.

Mumbai: छत्रपति शिवाजी के अपमान वाले मामले से ध्यान हटाने के लिए सीमा विवाद को तूल दिया गया: संजय राउत
संजय राउत (Photo: ANI)

Chhatrapati Shivaji Remarks Row, मुंबई, 25 नवंबर: शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को दावा किया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के ‘‘अपमान’’ मामले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद का मुद्दा उठाया गया है. Maharashtra Karnataka Border Dispute: कर्नाटक की बसों पर महाराष्ट्र समर्थक नारे, CM बोम्मई ने ऐसी घटनाओं की निंदा की

कोश्यारी ने औरंगाबाद में पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम में कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज ‘‘पुराने जमाने’’ के आदर्श थे. राज्यपाल के इस बयान को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट समेत कई राजनीतिक दलों ने उनकी आलोचना की है.

राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इससे पहले कोश्यारी ने अपनी टिप्पणी से मराठी भाषी लोगों का अपमान किया था कि अगर गुजरातियों और मारवाड़ियों ने शहर छोड़ दिया तो मुंबई देश की वित्तीय राजधानी नहीं रहेगी.

राउत ने कहा, ‘‘ उस समय इस अपमान से ध्यान भटकाने के लिए मुझे गिरफ्तार कर लिया गया था. ’’

राउत पर पात्रा चॉल पुनर्विकास परियोजना से संबंधित धनशोधन का मामला दर्ज किया गया था. राउत को 100 दिनों तक जेल में रहने के बाद जमानत दी गयी थी.

उन्होंने कहा कि इसी तरह, अब सांगली में जाट तालुका पर कर्नाटक के दावे का इस्तेमाल लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता ने कहा, ‘‘उनके लिए यह पटकथा तैयार है. हालांकि, लोग छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान नहीं भूलेंगे चाहे आप कितनी भी कोशिश कर लें. ’’

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा मंगलवार को दावा किए जाने के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति गर्म हो गई है. बोम्मई ने कहा था कि सांगली जिले के जाट तालुका में कुछ ग्राम पंचायतों ने अतीत में एक प्रस्ताव पारित कर कर्नाटक में विलय करने की मांग की थी, जब वे गंभीर जल संकट का सामना कर रहे थे. इससे पहले दिन में राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)


संबंधित खबरें

सिर्फ तहव्वुर राणा की वापसी से मुंबई वासियों को इंसाफ नहीं मिलेगा: प्रियंका चतुर्वेदी

Sanjay Raut on Congress and AAP: दिल्ली चुनाव में हार से सबक ले कांग्रेस और 'आप', मिलकर लड़ते तो नतीजा कुछ और होता

Sanjay Raut on Delhi Elections 2025: उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत का दिल्ली इलेक्शन पर बड़ा बयान, कहा ,' दिल्ली में महाराष्ट्र पैटर्न का किया गया इस्तेमाल

दिल्ली चुनाव के रुझानों पर संजय राउत बोले, आप- कांग्रेस साथ लड़ते तो अच्छा होता

\