लखनऊ, 16 सितम्बर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार के चार साल पूरे होने पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 19 सितंबर को लखनऊ में किसानों के साथ सम्मेलन करेगी. इस मौके पर पार्टी का किसान मोर्चा मुख्यमंत्री को सम्मानित करेगा. 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव से पहले चल रहे किसान आंदोलन तेज होने के संकेत के बीच किसानों के साथ सीधा संपर्क स्थापित करने के लिए कार्यक्रम तैयार किया गया है. यह भी पढ़े: Uttarakhand: CM धामी ने बच्चों के साथ मनाया अपना जन्मदिन, की यह बड़ी घोषणा
भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने कहा कि लखनऊ की बैठक में करीब 20 हजार किसानों के आने की उम्मीद है. सिंह ने कहा, "इस अवसर पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के 50 किसान विभिन्न किसान समर्थक उपायों के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देने के लिए मौजूद रहेंगे."भाजपा का कार्यक्रम 27 सितंबर को सभी किसान संघों द्वारा आंदोलन का समर्थन करने वाले भारत बंद के आह्वान से पहले आया है. सत्तारूढ़ भाजपा अब 'असली किसानों' और राजनीतिक कारणों से आंदोलन करने वालों के बीच विभाजन पेश करने की कोशिश कर रही है. कामेश्वर सिंह ने कहा, "उनका आंदोलन किसान आंदोलन नहीं है, यह एक राजनीतिक आंदोलन है."
भाजपा पहले ही राज्य के 95 विधानसभा क्षेत्रों में 298 स्थानों पर किसानों की बैठक कर चुकी है. सिंह ने कहा, "हमने उन विधानसभा क्षेत्रों का चयन किया, जिनमें गन्ना किसानों की पर्याप्त उपस्थिति थी. इन बैठकों में, हमने लगभग 60,000 किसानों के साथ बातचीत की."किसान मोर्चा 17 सितंबर को प्रत्येक जिला मुख्यालय पर 71 किसानों को सम्मानित करने का भी इरादा रखता है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 71 वां जन्मदिन है. सिंह ने कहा, "हमारे पास बात करने के लिए बहुत सी उपलब्धियां हैं। यूपी में 2.50 करोड़ किसान किसान सम्मान निधि, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड, कृषि उपकरणों की 50 प्रतिशत छूट के माध्यम से लाभान्वित हो रहे हैं. ये कुछ ऐसे हैं कई उपलब्धियां जिनके बारे में हम बात करेंगे."