लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड बनाने जा रहे हैं. योगी अपने कार्यकाल का तीन वर्ष 18 मार्च को पूरा करेंगे. वह 19 मार्च को मुख्यमंत्री बने थे. कल्याण सिंह (Kalyan Singh) इसके पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार में 24 जून, 1991 से लेकर छह दिसंबर, 1992 तक मुख्यमंत्री रहे थे. इसके बाद उनका दूसरा कार्यकाल 21 सितंबर, 1997 से 12 नवम्बर, 1999 तक रहा था. इसी प्रकार भाजपा के रामप्रकाश गुप्ता (Ram Prakash Gupta) 12 नवंबर, 1999 से 28 अक्टूबर, 2000 तक मुख्यमंत्री रहे थे. फिर राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) 28 अक्टूबर, 2000 से आठ मार्च, 2002 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. भाजपा के इन मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ पहले ऐसे नेता हैं, जो लगातार तीन वर्ष पूरे करने जा रहे हैं. कल्याण सिंह के दो बार के कार्यकाल को अगर जोड़ा जाए तो वह तीन वर्ष पूरा करने वाले मुख्यमंत्री बने हैं.
राजनीतिक पंडितों के अनुसार, अगर छह दिसंबर की घटना नहीं हुई होती तो कल्याण सिंह अपना कार्यकाल पूरा करते. लेकिन इसके बाद जो सरकारें बनी वे गठबंधन सरकारें थीं. यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में बेटे को गोद में लेकर पहुंची महिला कांस्टेबल, वायरल हुई फोटो
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक ब्रजेश शुक्ला (Brijesh Shukla) ने आईएएनएस से कहा, "भाजपा की परिस्थितियां तब अलग थीं. उस दौरान बीच-बीच में असंतुष्ट अभियान चल जाता था. उस दौरान 1997 में कल्याण सिंह केन्द्रीय नेतृत्व से टकराव के कारण अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. उस दौरान हुए चुनाव में कल्याण ने भाजपा को हरवाने का प्रयास भी किया था. अटल जी के प्रधानमंत्री बनते ही इनसे इस्तीफे की बात की गई थी. कल्याण ने तब पार्टी तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके, वरना कल्याण सिंह भी अपने कार्यकाल को पूरा करने वाले मुख्यमंत्री बन सकते थे. अब भाजपा में मुख्यमंत्री हटाने का चलन नहीं है. इसका उदाहरण झारखंड है. वहां रघुबर की खिलाफत के बावजूद उनके नाम पर ही चुनाव लड़ा गया."
हलांकि दूसरे दलों के लोगों में उत्तर प्रदेश में पांच साल पूरा करने वाले मुख्यमंत्रियों में अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav), मायावती (Mayawati) और इसके पहले गोविंद बल्लभ पंत (Govind Ballabh Pant) शामिल हैं. इसके अलावा नारायण दत्त तिवारी (Narayan Datt Tiwari) को चार बार, मुलायम सिंह (Mulayam Singh Yadav) को तीन बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला है.