जहरीली शराब से 21 मौतों पर BJP नेता तरुण चुग आक्रामक,कहा-सीएम मान की चुप्पी दुर्भाग्यपूर्ण,मामले में सीबीआई जांच की मांग
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने पंजाब में जहरीली शराब के कारण हुई 21 मौतों पर मुख्यमंत्री भगवंत मान की चुप्पी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें पंजाबियों की जान से ज्यादा अरविंद केजरीवाल प्रिय हैं.
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने पंजाब में जहरीली शराब के कारण हुई 21 मौतों पर मुख्यमंत्री भगवंत मान की चुप्पी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें पंजाबियों की जान से ज्यादा अरविंद केजरीवाल प्रिय हैं.
उन्होंने जहरीली शराब कांड की सीबीआई जांच करवाने की भी मांग की है. उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देने की भी मांग की.
चुग ने पंजाब के संगरूर जिले में जहरीली शराब से हुई 21 मौतों पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान, हरपाल चीमा तथा आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं को पंजाबियों की जान की कोई चिंता है.आम आदमी पार्टी के ये नेता भ्रष्टाचार के किंगपिन अरविंद केजरीवाल की हिमायत करने और दिल्ली की सडकों पर प्रदर्शन करने में व्यस्त हैं. पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यह भी पढ़े :Madhya Pradesh: चलती ट्रेन के जनरल कोच में हुईं महिला की डिलीवरी,परिवार ने ट्रेन के नाम पर ही रख दिया बच्ची का नाम
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और वित्त एवं एक्साइज मंत्री हरपाल सिंह चीमा के निर्वाचन क्षेत्रों वाले संगरूर जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों का आंकड़ा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. अब तक जहरीली शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा 21 पर पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुःखद और चिंताजनक है और दुःख की इस घड़ी में भाजपा उनके साथ खड़ी है.
चुग ने कहा कि भगवंत मान तथा उनकी सरकार के नेताओं के पास दिल्ली आने का समय है, लेकिन अपने क्षेत्र के पीड़ित लोगों से मिलने का समय नहीं है.मान या चीमा ने अभी तक पीड़ित परिवारों के लिए किसी भी तरह की राहत की घोषणा नहीं की है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
भाजपा महासचिव ने आप सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि यह घटना पंजाब सरकार के अवैध नशे के खिलाफ किए बड़े-बड़े दावों तथा वादों की पोल खोलती है.