पश्चिम बंगाल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लगाया आरोप, कहा- बीजेपी अपनी रैलियों में अपने ही लोगों को मारती है
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी अपनी रैलियों में लोगों को मार देती है. ममता बनर्जी ने रानीगंज में एक बैठक में कहा वे झूठ बोलते हैं और लोगों को मारते हैं. वे रैलियां करते हैं और अपने लोगों को मार देते हैं. मुख्यमंत्री का यह बयान सिलीगुड़ी में भगवा ब्रिगेड के विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद आया है.
कोलकाता, 9 दिसंबर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंगलवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपनी रैलियों में लोगों को मार देती है. ममता बनर्जी ने रानीगंज में एक बैठक में कहा, "वे झूठ बोलते हैं और लोगों को मारते हैं. वे रैलियां करते हैं और अपने लोगों को मार देते हैं." मुख्यमंत्री का यह बयान सिलीगुड़ी में भगवा ब्रिगेड के विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद आया है. बीजेपी ने सोमवार को सिलीगुड़ी जिला में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के कार्यकर्ताओं पर हुई पुलिस की कथित कार्रवाई और उसमें एक कार्यकर्ता की मौत के विरोध में मंगलवार को उत्तर बंगाल के आठ जिलों में बंद बुलाया था.
सिलीगुड़ी में 50 वर्षीय पार्टी कार्यकर्ता उलेन रॉय की मौत के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था. दरअसल, सोमवार को सिलीगुड़ी में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे थे और पानी की बौछार की थी. इसमें पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई. बीजेपी नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है.
धारा 144 के उल्लंघन और भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने यह कार्रवाई की थी. ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र को सरकार के स्वामित्व वाली कोयला खदानों को बेचने की अनुमति नहीं देगी. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कोयला माफिया बीजेपी के संरक्षण में थे.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विकेंद्रीकरण अभियान का विरोध करना जारी रखेगी. ममता ने कहा, "जब तक मैं जीवित हूं तब तक ऐसा कभी नहीं होने दूंगी. मैंने प्रस्ताव दिया था कि अवैध कोयला कारखानों को केंद्र और राज्य द्वारा संयुक्त रूप से वैध किया जाएगा. मैं चाहती हूं कि लोगों को रोजगार मिले." उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कभी भी उन्हें इस प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया.