BJP ने भ्रष्टाचार के आरोप में दिल्ली के 3 पार्षदों को किया निष्कासित
भाजपा शासित नगर निगमों में भ्रष्टाचार की शिकायतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने तीन पार्षदों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया और कहा कि भविष्य में कुछ और पार्षदों को इसका सामना करना पड़ेगा.गुप्ता ने आईएएनएस से कहा, "आने वाले हफ्तों में और अधिक पार्षदों और नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
नई दिल्ली, 19 सितम्बर: भाजपा (BJP) शासित नगर निगमों में भ्रष्टाचार की शिकायतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए दिल्ली (Delhi) इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने तीन पार्षदों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया और कहा कि भविष्य में कुछ और पार्षदों को इसका सामना करना पड़ेगा.गुप्ता ने आईएएनएस से कहा, "आने वाले हफ्तों में और अधिक पार्षदों और नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. "यह भी पढ़े: भाजपा की नजर उत्तर प्रदेश विधानसभा और मुंबई नगर निकाय चुनावों पर, पार्टी खेल रही है ‘बाहरी’ कार्ड : संजय राउत
इससे पहले दिन में, भाजपा ने तीन पार्षदों - रजनी बबलू पांडे (नया अशोक नगर) और पूजा मदान (मुखर्जी नगर) और संजय ठाकुर (सैद-उल-अजैब) को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. पिछले साल अगस्त में, आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा के न्यू अशोक नगर पार्षद के बहनोई ने इलाके में अपने घर बनाने वाले लोगों से पैसे वसूले. इस साल की शुरूआत में आप ने आरोप लगाया था कि संजय ठाकुर बिल्डरों के साथ सांठगांठ कर रहा है और जबरन दूसरों से पैसे मांगता है. भगवा पार्टी के एक नेता ने कहा कि भाजपा प्रदेश नेतृत्व को पूजा मदान के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं.
गुप्ता ने कहा कि बार-बार चेतावनियों के बावजूद ये पार्षद अपने तरीके को सुधारने में विफल रहे जिससे उन्हें कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा, " इनके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद हमने अपने स्रोतों से क्रॉस-चेक और सत्यापित किया. हमने उन्हें उनके भ्रष्ट व्यवहार को ठीक करने के लिए भी चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने निर्देशों का पालन नहीं किया. उन्हें तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया जाता है. "गुप्ता ने बताया कि भाजपा जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है और भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गुप्ता ने चेतावनी देते हुए कहा, "सभी पार्षद ईमानदारी से जनसेवा करें. अगर इस मामले में कोई ढिलाई बरती गई या कोई भ्रष्टाचार पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. "