Bihar Assembly Elections 2020 Exit Polls Live Streaming on Republic Bharat: यहां देखें रिपब्लिक भारत के एग्जिट पोल के नतीजें
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में राज्य के 15 जिलों के 78 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को वोट डाला गया. इसी के साथ बिहार विधानसभा की 243 सीटों का चुनाव संपन्न हो गया. माना जा रहा है कि तीसरे चरण में जिस गठबंधन को बढ़त मिलेगी, राज्य में अगली सरकार बनाने में उसकी राह आसान होगी. सभी दलों की निहागें अब चुनाव के एग्जिट पोल पर लगी हुई है. वैसे तो अंतिम परिणाम 10 नवंबर को वोटो के काउंटिंग के बाद ही आएगी. लेकिन आखिरी चरण के चुनाव के बाद शनिवार को शाम छह बजे के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े जारी होने लगे हैं. सभी दलों की नजरें चुनावों के एग्जिट पोल पर हैं जो अलग-अलग चैनल दिखाएंगे. आप रिपब्लिक भारत टीवी (Republic Bharat TV) पर सबसे सटीक एग्जिट पोल live देख सकते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में राज्य के 15 जिलों के 78 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को वोट डाले गए. इसी के साथ बिहार विधानसभा की 243 सीटों का चुनाव संपन्न हो गया. माना जा रहा है कि तीसरे चरण में जिस गठबंधन को बढ़त मिलेगी, राज्य में अगली सरकार बनाने में उसकी राह आसान होगी. सभी दलों की निहागें अब चुनाव के एग्जिट पोल पर लगी हुई है. वैसे तो अंतिम परिणाम 10 नवंबर को वोटो के काउंटिंग के बाद ही आएगी. लेकिन आखिरी चरण के चुनाव के बाद शनिवार को शाम छह बजे के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े जारी होने लगे हैं. सभी दलों की नजरें चुनावों के एग्जिट पोल पर हैं जो अलग-अलग चैनल दिखाएंगे. आप रिपब्लिक भारत टीवी (Republic Bharat TV) पर एग्जिट पोल live देख सकते हैं.
इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव अपने आप में बेहद खास हुआ. इस बार के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है. महागठबंधन की तरफ से जहां पर तेजस्वी यादव आगे है तो वहीं, एनडीए की तरफ से नीतीश कुमार है. दोनों दलों की सभाओं में लोगों की जन सैलाब खूब उमडा. इसी चुनाव में एनडीए का हिस्सा रही लोक जनशक्ति पार्टी ने अलग होकर चुनाव लड़ा तो हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने महागठबंधन से अलग होकर एनडीए का दामन थाम लिया.
Live देखें:-
जानें क्या कहतें हैं साल 2015 के आंकड़े
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव समाप्त हो गया. लेकिन अगर साल 2015 के आंकड़ो पर नजर डालें तो उस समय आरजेडी और जदयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था. जिसके कारण भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था. तब राजद, जदयू, कांग्रेस महागठबंधन ने 178 सीटों पर बंपर जीत हासिल की थी. राजद को 80, जदयू को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें मिलीं थीं. जबकि एनडीए को 58 सीटें हीं मिली. हालांकि लालू यादव की पार्टी राजद के साथ खटपट होने के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ सरकार चलाना शुरू किया और आरजेडी को विरोधी दल के रूप में बैठना पड़ा.