Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब तक गहमागहमी चल रही थी कि लोक जनशक्ति पार्टी ( LJP) नीतीश कुमार के साथ चुनाव लड़ेगी या नहीं. लेकिन रविवार को इस पर तब विराम लग गया. जब एलजेपी की तरफ से दिल्ली में अधिकारिक रूप से घोषणा हुई कि उनकी पार्टी जेडीयू के साथ बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. इसके पीछे नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ वैचारिक मतभेद का हवाला दिया गया है. जेडीयू के साथ चुनाव ना लड़ने के इस फैसले और बयान के बाद एलजेपी से कई सवाल किये गए हैं.
जेडीयू नेता अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) ने सवाल किया गया कि हम जनशक्ति पार्टी से जानना चाहते हैं कि कैसा वैचारिक मतभेद है? लोकसभा चुनाव आप हमारे साथ लड़ते हैं. नीतीश कुमार को बार-बार आग्रह कर अपने चुनाव क्षेत्र में बुलाते हैं. आप लोकसभा चुनाव जीतते हैं.जब विधानसभा चुनाव आता है तो कहते हैं कि हमारा वैचारिक मतभेद है. यह भी पढ़े: Bihar Assembly Election 2020: नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेगी LJP, बीजेपी के साथ सरकार बनाने को तैयार
We want to know the specific ideological difference that the LJP has with us. During Lok Sabha polls, they partner with us & request Nitish Kumar's presence in their constituency & win the elections. Now for Bihar Assembly polls they claim ideological difference: A Choudhary, JDU pic.twitter.com/h5Jj35L8ji
— ANI (@ANI) October 4, 2020
एलजेपी की तरफ से रविवार शाम को नीतीश कुमार के साथ चुनाव ना लड़ने को लेकर ऐलान हुआ. जिसमें कहा गया कि "लोक जनशक्ति पार्टी वैचारिक मतभेदों के कारण जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन में आगामी बिहार चुनाव नहीं लड़ेगी. लेकिन राज्य में बीजेपी के साथ एलजेपी सरकार बनाने के लिए तैयार हैं और पार्टी बीजेपी का साथ नहीं छोड़ेगी.
बता दें कि बिहार में एनडीए 50-50 फार्मूले पर चुनाव लड़ने जा रही हैं. जिस पर पूरी तरह से सहमित बन गई हैं. सिर्फ दोनों पार्टी के नेताओं की तरफ से अधिकारिक घोषणा होनी बाकी हैं.