Bihar Assembly Election 2020: अगर एग्जिट पोल सही साबित हुए तो आरजेडी नेता तेजस्वी यादव होंगे 31 साल की उम्र में सबसे युवा मुख्यमंत्री

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए अंतिम चरण का मतदान शनिवार को खत्म हो गया. इसके साथ ही अलग-अलग चैनलों के एग्जिट पोल भी विधानसभा चुनाव को लेकर सामने आए हैं. हालांकि चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आने वाले हैं. इसी दिन तय होगा कि बिहार का अगला सीएम कौन बनने जा रहा है. लेकिन सभी चैनलों के एग्जिट पोल में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का जादू दिखाई पड़ रहा है. ऐसे में अगर ये एग्जिट पोल सही साबित होते हैं तो तेजस्वी यादव सिर्फ 31 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बनने वाले देश के सबसे कम उम्र के सीएम होंगे.

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( फोटो क्रेडिट- ANI)

नई दिल्ली, 8 नवंबर. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020) के लिए अंतिम चरण का मतदान शनिवार को खत्म हो गया. इसके साथ ही अलग-अलग चैनलों के एग्जिट पोल (Exit Poll 2020) भी विधानसभा चुनाव को लेकर सामने आए हैं. हालांकि चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आने वाले हैं. इसी दिन तय होगा कि बिहार का अगला सीएम कौन बनने जा रहा है. लेकिन सभी चैनलों के एग्जिट पोल में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (RJD Leader Tejashwi Yadav) का जादू दिखाई पड़ रहा है. ऐसे में अगर ये एग्जिट पोल सही साबित होते हैं तो तेजस्वी यादव सिर्फ 31 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बनने वाले देश के सबसे कम उम्र के सीएम होंगे. दूसरी तरफ इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि एग्जिट पोल कई बार गलत भी साबित हुए हैं.

बता दें कि लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव का जन्म 9 नवंबर 1989 को हुआ है. इसलिए अगर वे सीएम की कुर्सी पर बैठने में कामयाब होते हैं तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी. वैसे आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि एम ओ हसन सिर्फ 29 साल की उम्र में अप्रैल 1967 में पुडुचेरी की सीएम बनें थे. लेकिन पुडुचेरी एक केंद्र शासित सूबा है. यही कारण है कि अगर एग्जिट पोल सही साबित हुए और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे किसी भी रकया के सबसे युवा सीएम होंगे. यह भी पढ़ें-Bihar Exit Polls 2020: बिहार विधानसभा चुनाव में NDA और महागठबंधन को मिले मिश्रित जनसांख्यिकीय वोट- आईएएनएस-सीवोटर एग्जिट पोल

ज्ञात हो कि बिहार चुनाव में एनडीए की तरफ से पुलवामा, पाकिस्तान, आर्टिकल 370 जैसे मुद्दे लगातार उठाए गए. लेकिन आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अपने बेरोजगारी और 10 लाख नौकरियों के मुद्दे नहीं भटके और हर रैली में इन्ही मुद्दों को लगातार उठाते रहे. यही कारण है कि बिहार के युवाओं को वो लुभाने में कामयाब हुए हैं.

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