अयोध्या मामला: पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा- रामलला को जन्मस्थली पर कानूनी अधिकार मिला, यह आनंद का क्षण
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संतुलित करार देते हुए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शनिवार को कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की राह प्रशस्त होने के कारण यह आनंद का अवसर है और इस निर्णय को संयमित तरीके से अपनाया जाना चाहिये. जन मानस को आज उसी आनंद की अनुभूति होनी चाहिये, जो अहसास एक मां को अपनी संतान को जन्म देने के बाद होता है
इंदौर : अयोध्या (Ayodhya) मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संतुलित करार देते हुए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) ने शनिवार को कहा कि राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) पर मंदिर निर्माण की राह प्रशस्त होने के कारण यह आनंद का अवसर है और इस निर्णय को संयमित तरीके से अपनाया जाना चाहिये. यह भी पढ़ें: अयोध्या फैसले के बाद WhatsApp, Twitter और सोशल मीडिया पर है पुलिस की नजर, अफवाह फैलाने से बचे
महाजन ने यहां संवाददाताओं से कहा, "उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या मामले में संतुलित निर्णय सुनाया है. इसके बाद रामलला (विराजमान मूर्ति) को उस स्थान पर कानूनी अधिकार मिल गया है, जहां उनका जन्म हुआ था. अदालती निर्णय को हम सभी लोगों को पूरे संयम और शांति के साथ अपनाना चाहिये."
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वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, "(राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की राह प्रशस्त होने के कारण) यह आनंद का क्षण है, लेकिन इस आनंद का प्रदर्शन शांत भाव से किया जाना चाहिये. अपने घर में छोटा-सा दीपक जलाकर भी इस आनंद का उत्सव मनाया जा सकता है." उन्होंने कहा, "जन मानस को आज उसी आनंद की अनुभूति होनी चाहिये, जो अहसास एक मां को अपनी संतान को जन्म देने के बाद होता है."