असदुद्दीन ओवैसी का गृहमंत्री अमित शाह पर तंज, कहा- देश को गुमराह क्यों कर रहे हैं, एनआरसी की ओर पहला कदम है NPR
असदुद्दीन ओवैसी और गृहमंत्री अमित शाह (Photo Credits- PTI)

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और एनआरसी के खिलाफ विरोध जताया है. NPR (नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर) पर गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बयान पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, गृहमंत्री देश को गुमराह क्यों कर रहे हैं. संसद में उन्होंने कहा कि ओवैसी जी एनआरसी को पूरे देश में लागू किया जाएगा. ओवैसी ने कहा, अमित शाह साहब जब तक सूरज पूरब से उगता रहेगा हम सच कहते रहेंगे. एनपीआर एनआरसी की तरफ पहला कदम है. लेकिन सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि इसका एनआरसी से कोई संबंध नहीं है. ओवैसी ने कहा था कि NPR राष्ट्रव्यापी NRC का ही दूसरा नाम है.

ओवैसी ने कहा, NPR और NRC के बीच ताल्लुक को समझना अहम है. ओवैसी ने कहा, अप्रैल 2020 में एनपीआर का काम शुरू होगा, अधिकारी लोगो से कागजात मांगेंगे और जब इसकी फाइनल लिस्‍ट आएगी तो वह एनआरसी होगी.

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जब तक दूराज पूरब से उगेगा सच बोलेंगे-

बता दें कि इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, अगर हम कहेंगे सूरज पूरब में उगता है तो वो कहेंगे कि नहीं...नहीं यह पश्चिम में होता है. ये उनका स्टैंड होता है और इस पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं है. फिर भी मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि इसका NRC से कोई लेना-देना नहीं है, ये बहुत अलग तरह की प्रक्रिया है.

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा था, मैं आज स्पष्ट रूप से बता रहा हूं कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के बीच कोई संबंध नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरे देश में NRC को लेकर अभी चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इस पर अभी तक कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ है. पीएम मोदी (PM Modi) सही थे, इसे लेकर अब तक न तो मंत्रिमंडल में कोई चर्चा हुई है और न हीं संसद में.