नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शनिवार को इस बात से इनकार किया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने हैदराबाद में हुई बैठक में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई बयान दिया था. बीजेपी ने कहा कि भले ही 'ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन' (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उन पर संवेदनशील मुद्दे पर बोलने के लिए सवाल उठाए हैं, लेकिन शाह ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. सर्वोच्च न्यायालय इस पर फैसला कर रहा है.
बीजेपी ने ट्वीट किया, "कल तेलंगाना में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राम मंदिर मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया, जैसा कि मीडिया के कुछ वर्गो में दावा किया जा रहा है. इस तरह का कोई मुद्दा एजेंडा में भी शामिल नहीं है." बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद का मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है.
एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी ने शनिवार को कहा कि यह बेहतर होगा कि अयोध्या मुद्दे पर फैसला 2019 के आम चुनाव के बाद आए, क्योंकि इससे चुनाव परिणाम पर असर पड़ सकता है.
Yesterday in Telangana, BJP President Shri @AmitShah didn’t make any statement on the issue of Ram Mandir as being claimed in certain sections of the media. No such matter was even on the agenda.
— BJP (@BJP4India) July 14, 2018
एक ट्वीट में ओवैसी ने हैदराबाद में शाह के भाषण पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या वह तब न्याय लिखने जा रहे हैं, जब सर्वोच्च न्यायालय इस मामूली विवाद पर फैसला कर रही है.
ओवैसी ने कहा, "यह बेहतर होगा..स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए फैसला संसदीय चुनाव के बाद आए."
शाह ने शुक्रवार को हैदराबाद में पार्टी नेताओं की एक बैठक की, जिसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य पेराला शेखरजी ने मीडिया को इस बारे में जानकारी दी.
बैठक को लेकर शाह के हवाले से पेराला ने कहा कि चुनाव से पहले मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए रास्ता साफ करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने शाह के हवाले से कहा, "घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए, मेरा मानना है कि आगामी आम चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा."
बीजेपी ने शाह की बैठक के बारे में तेलुगू में एक बयान भी जारी किया है, जिसमें संकेत है कि उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर बात की है.