अजित पवार को बनाया जाएगा महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम, फ्लोर टेस्ट के बाद हो सकता है ऐलान
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो-दो नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. बहरहाल, महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस अभी तक बरकरार है.
शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने गुरुवार को मुंबई (Mumbai) के शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र (Maharashtra) के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-दो नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. बहरहाल, महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस अभी तक बरकरार है. वहीं, एनसीपी के अजित पवार को इस पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है. हालांकि, अजित पवार (Ajit Pawar) ने गुरुवार को कहा था कि मैं आज शपथ नहीं लूंगा. एनसीपी से केवल छगन भुजबल और जयंत पाटिल मंत्री पद की शपथ लेंगे.
अजित पवार ने कहा था कि शिवसेना और कांग्रेस से भी दो-दो विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे. इस बीच, एनसीपी सूत्रों ने बताया कि अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद मिलेगा. एक सूत्र ने कहा, ‘दादा (अजित पवार) महाराष्ट्र के अगले उपमुख्यमंत्री होंगे. वह बाद में शपथ ग्रहण करेंगे. यह भी पढ़ें- उद्धव कैबिनेट की पहली बैठक खत्म, शिवाजी किले के लिए 20 करोड़ रुपये के फंड का किया ऐलान, सेक्युलर के सवाल पर भड़के ठाकरे.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपी के एक नेता ने कहा कि फ्लोर टेस्ट के बाद अजित पवार को उपमुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि यह एक तथ्य है कि अजित पवार को ही उपमुख्यमंत्री का पद देने का प्रस्ताव था. हालांकि, बाद में यह महसूस किया गया कि उन्हें मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान शामिल किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि अजित पवार ने पिछले हफ्ते बीजेपी से हाथ मिला लिया था और शनिवार सुबह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी. हालांकि, बाद में उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस पद से इस्तीफा दे दिया. उनके इसके कदम के परिणामस्वरूप महाराष्ट्र में नवगठित देवेंद्र फडणवीस नीत (बीजेपी) सरकार गिर गई.