उदयपुर, 4 जून: राज्यसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही रिसॉर्ट की राजनीति फिर से शुरू हो गई है. कांग्रेस विधायकों की उदयपुर स्थित फाइव स्टार होटल में शानदार जिंदगी जीने की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. Kerala By-Elections: विजयन को जोरदार झटका, दो महिला उम्मीदवारों ने हासिल की जीत
यह वही होटल है, जिसने कांग्रेस के चिंतन शिविर की मेजबानी की थी. हालांकि, कांग्रेस की चिंताएं अब बढ़ती दिख रही हैं, क्योंकि कांग्रेस के छह विधायक अभी तक राजनीतिक बाड़ेबंदी से दूर हैं. दरअसल, भाजपा ने राज्यसभा सीट के लिए सुभाष चंद्रा को अपने दूसरे उम्मीदवार के रूप में समर्थन दिया है, जिसने कांग्रेस की चिंताओं को बढ़ा दिया है और इस तरह पार्टी अपने विधायकों की बाड़ाबंदी करने उन्हें उदयपुर ले गई है.
बाड़ाबंदी में जाने के बजाय बसपा के चार पूर्व विधायक सरिस्का में टाइगर सफारी का लुत्फ लेते देखे. उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा, विधायक संदीप यादव, वाजिब अली और लखन मीणा है.
शुक्रवार को राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने उनसे जो वादा किया था, वह पूरा नहीं किया है. गहलोत साहब मीडिया में बहुत बोलते हैं. कभी बैठकर चिंता करते तो ज्यादा ठीक होता. इनके अलावा, कांग्रेस विधायक वाजिब अली भी कांग्रेस से खफा है. कांग्रेस ने उन्हें न तो मंत्री बनाया और न ही राजनीतिक नियुक्ति दी. यही उनकी नाराजगी का मुख्य कारण माना जा रहा है.
अली ने गहलोत के उस बयान को झूठा साबित कर दिया, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर कांग्रेस विधायक अली को नोटिस जारी करने और राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों को धमकी देने का आरोप लगाया था. इस पर अली ने कहा कि अभी तक उन्हें केंद्रीय एजेंसियों की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला है. अगर उन्हें नोटिस मिलता है, तो वह जांच के लिए तैयार है.
गुढ़ा और अली के अलावा, करौली विधायक लखन सिंह और संदीप कुमार भी पार्टी से नाखुश चल रहे है. गिरिराज सिंह और खिलाड़ी लाल बैरवा भी गायब हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत ने सभी विधायकों को उदयपुर आने के लिए कहा था.