Andhra Pradesh Floods: आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बाद बाढ़, पीएम मोदी ने हालात पर सीएम जगन मोहन रेड्डी से की बात
बाढ़ | प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: PTI)

अमरावती: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) ने फोन पर बात की और भारी बारिश (Heavy rain) के कारण आई बाढ़ (Flood) को लेकर राज्य के हालात के बारे में जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने नेल्लोर, अनंतपुर, वाईएसआर कडपा और चित्तूर जिलों में भारी बारिश और सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के कारण उच्च तीव्रता की स्थिति के बारे में बताया. Andhra Pradesh Flood: आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में अचानक बाढ़ आने से तीन लोगों की मौत

रेड्डी ने प्रधानमंत्री को बताया कि नौसेना के हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने स्थिति से निपटने में राज्य को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. रेड्डी कडप्पा, चित्तूर और नेल्लोर सहित भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों को दौरा करेंगे.

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा को बताया कि राज्य सरकार भारी बारिश से प्रभावित लोगों के बचाव के लिए आगे आएगी और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. किसानों के कल्याण पर एक संक्षिप्त चर्चा के दौरान, उन्होंने कहा कि उन्होंने नेल्लोर, चित्तूर और वाईएसआर कडप्पा जिलों के जिला कलेक्टरों को लोगों की जरूरतों के प्रति उदार और दयालु होने का निर्देश दिया है.

उन्होंने कहा कि नौसेना के दो हेलीकॉप्टरअनंतपुर और वाईएसआर कडप्पा जिलों में बचाव अभियान के लिए भेजे गए हैं और पांच और नौसैनिक हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाने के लिए चर्चा की जा रही है.

रेड्डी ने भारी बारिश के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को उन्हें युद्ध स्तर पर 5 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि फसलों को हुए नुकसान का पता लगाने के लिए टीमों का गठन किया गया था और कहा कि बारिश कम होने के बाद नष्ट हुई फसल की गणना की जाएगी.

उन्होंने कहा कि जिन मूंगफली किसानों की फसलें चित्तूर, अनंतपुर और वाईएसआर कडप्पा जिलों में भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन्हें 80 प्रतिशत छूट पर बीज प्रदान किया जाएगा और नेल्लोर जिले में धान किसानों को 80 प्रतिशत की छूट दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि रबी सीजन की फसल के नुकसान की जानकारी उसी सीजन में खरीफ की शुरूआत से पहले दी जाएगी.