प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुरुवार से तीन दिन की गुजरात (Gujarat) यात्रा पर होंगे. वह वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (Vibrant Gujarat Global Summit) के नौवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे. सम्मेलन का आयोजन गांधीनगर (Gandhinagar) में 18 से 20 जनवरी तक किया जा रहा है. गुजरात वाइब्रेंट शिखर सम्मेलन की शुरुआत मोदी ने 2003 में की थी. तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे. सम्मेलन में कई देशों के कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं, लेकिन इसमें पाकिस्तान (Pakistan) की भागीदारी नहीं होगी. राज्य सरकार और पत्र सूचना ब्यूरो (PIB) ने मोदी की यात्रा का जो कार्यक्रम साझा किया है उसके अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 17 से 19 जनवरी तक अपनी इस यात्रा के दौरान संघ शासित प्रदेश दादर और नागर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) की राजधानी सिलवासा (Silvassa) भी जाएंगे.
गुजरात यात्रा के पहले दिन 17 जनवरी को मोदी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो का उद्घाटन करेंगे. बाद में दोपहर में अहमदाबाद में नए अस्पताल का उद्घाटन करेंगे. शाम को साबरमती नदी के तट पर प्रधानमंत्री एक ‘शॉपिंग मेले’ का भी उद्घाटन करेंगे. वह इन स्थानों पर लोगों को भी संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री 18 जनवरी की सुबह तीन दिन के सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे. उसी दिन दोपहर को मोदी विभिन्न देशों के राष्ट्र प्रमुखों के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे. शिखर सम्मेलन में इस बार पांच देशों के प्रमुख, 30,000 से अधिक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि इसमें भाग ले रहे हैं. इनमें भारत और विदेशों से कई प्रमुख कंपनियों के सीईओ शामिल होंगे.
भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में मुकेश अंबानी, उदय कोटक, कुमार मंगलम बिड़ला, गोतम अदाणी, आदि गोदरेज और पंकज पटेल के भाग लेने की उम्मीद है. वैश्विक कंपनियों में से बीएएसएफ, डीपी वर्ल्ड, सुजूकी, वेनगार्ड और कुछ अन्य कंपनियों के शीर्ष अधिकारी इसमें भाग लेंगे. प्रधानमंत्री 19 जनवरी को हजीरा औद्योगिक क्षेत्र जायेंगे. हजीरा से वह सिलवासा जायेंगे जहां वह कई परियोजनाओं का उद्धाटन और शिलान्यास करेंगे. यह भी पढ़ें- कर्नाटक में सियासी नाटक के बीच मध्यप्रदेश में भी तख्तापलट की आहट, कमलनाथ सरकार पर मंडरा रहा खतरा!
इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि इस बार गुजरात ग्लोबल समिट में पाकिस्तान से कोई प्रतिनिधिमंडल भाग नहीं लेगा. गुजरात वाणिज्य और उद्योग मंडल ने कहा है कि पाकिस्तान के उद्योग प्रतिनिधियों को न्योता दिया गया लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिलने की वजह से वह सम्मेलन में नहीं भाग ले सकेंगे.
भाषा इनपुट