नई दिल्ली: नेशनल पुलिस मेमोरियल डे के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक (एनपीएम) का उद्घाटन किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने दिल्ली के लाल किले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी के साथ शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पीएम जवानों की शहादत याद करते हुए भावुक हो गए. इसके बाद पीएम मोदी पुलिसकर्मियों और राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल दिवस 1959 में लद्दाख के स्प्रिंग एरिया में चीनी ट्रुप द्वारा आत्मघाती हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है.
पीएम मोदी ने कहा "ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे राष्ट्र सेवा और समर्पण की अमर गाथा के प्रतीक,राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल को देश को समर्पित करने का अवसर मिला है" उन्होंने कहा देश की सुरक्षा में समर्पित प्रत्येक व्यक्ति को, यहां उपस्थित शहीदों के परिवारों को मैं पुलिस स्मृति दिवस पर नमन करता हूं.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi, Home Minister Rajnath Singh and senior BJP leader LK Advani pay tributes to the policemen killed in an ambush by Chinese troops in 1959 in Ladakh's Hot Spring area, on National Police Memorial Day today. pic.twitter.com/KpxhWcmw0m
— ANI (@ANI) October 21, 2018
आज का ये दिन आप सभी की सेवा के साथ-साथ, आपके शौर्य और उस सर्वोच्च बलिदान को याद करने का है, जो हमारी पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की परिपाटी रही है. पीएम ने कहा देश के नक्सल प्रभावित जिलों में जो जवान अभी ड्यूटी पर तैनात हैं, उनसे भी मैं यही कहूंगा कि आप बेहतरीन काम कर रहे हैं और शांति स्थापना की दिशा में आप तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी का सेल्फी स्टंट, सुरक्षाकर्मी के मना करने के बावजूद नहीं रुकी, देखें Video
#WATCH live from Delhi: PM Narendra Modi addresses the gathering at National Police Memorial on National Police Day. https://t.co/Fcdn2H1La1
— ANI (@ANI) October 21, 2018
जवानों का बलिदान अब शांति के रूप में दिखने लगा है
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बहुतों को तो ये पता तक नहीं होता कि कोई इमारत गिरने पर, नाव हादसा होने पर, आग लगने पर, रेल हादसा होने पर, राहत के काम की कमान संभालने वाले ये लोग कौन हैं. पीएम ने आगे कहा कि आज का ये दिन देश में आपदा प्रबंधन में जुटे, किसी प्राकृतिक संकट के समय या हादसे के समय, राहत के काम में जुटने वाले उन जवानों को भी याद करने का है, जिनकी सेवा की बहुत चर्चा नहीं की जाती.
नॉर्थ ईस्ट में डटे हमारे साथियों का शौर्य और बलिदान भी अब शांति के रूप में दिखने लगा है. शांति और समृद्धि का प्रतीक बन रहे हमारे उत्तर-पूर्व के विकास में आपका भी योगदान है.
पीएम ने पूछा आखिर 70 साल क्यों लगे
आज मुझे राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल पर गर्व है, लेकिन कुछ सवाल भी हैं. आखिर इस मेमोरियल को अस्तित्व में आने में आज़ादी के 70 वर्ष क्यों लग गए. "मैं मानता हूं कि कानूनी वजहों से कुछ वर्ष काम रुका, लेकिन पहले की सरकार की इच्छा होती, उसने दिल से प्रयास किया होता, तो ये मेमोरियल कई वर्ष पहले ही बन गया होता. लेकिन पहले की सरकार ने आडवाणी जी द्वारा स्थापित पत्थर पर धूल जमने दी.
पीएम ने कहा 2014 में जब फिर NDA की सरकार बनी तो हमने बजट आवंटन किया और आज ये भव्य स्मारक देश को समर्पित की जा रही है. ये हमारी सरकार के काम करनेका तरीका है. आज समय पर लक्ष्यों को प्राप्त करने की कार्यसंस्कृति विकसित की गई है.