PM Modi Nomination: पीएम मोदी के नामांकन पर बोले संजय राउत, यह उनकी आखिरी विदाई यात्रा थी
वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कटाक्ष किया है. उन्होंने इसे प्रधानमंत्री का ‘आखिरी नामांकन’ बताया और कहा कि जब किसी बड़े नेता की विदाई होती है, तो इसी तरह बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं.
मुंबई, 14 मई : वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कटाक्ष किया है. उन्होंने इसे प्रधानमंत्री का ‘आखिरी नामांकन’ बताया और कहा कि जब किसी बड़े नेता की विदाई होती है, तो इसी तरह बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं.
पीएम मोदी ने मंगलवार को नामांकन किया. इससे पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ धाम में पूजा-अर्चना के बाद भव्य रोड शो किया था. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सिंहद्वार पर महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद निकाले गए रोड शो में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी शामिल हुए थे. रोड शो में उत्तर प्रदेश की विभिन्न सांस्कृतिक झलकियों को प्रदर्शित किया गया था. यह भी पढ़ें : Delhi Fire: दिल्ली स्थित ITO बिल्डिंग में लगी भीषण आग, दमकल की 21 गाड़ियों ने संभाला मोर्चा- VIDEO
इसी रोड शो पर शिवसेना नेता संजय राउत ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, “हम बार-बार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आखिरी चुनाव है. यह उनकी विदाई यात्रा थी. इस बार उन्हें वाराणसी में जीत का परचम लहराने के लिए संघर्ष करना होगा. देश की राजनीति से अब नरेंद्र मोदी नामक अध्याय समाप्त होने जा रहा है. बीजेपी इस चुनाव में 200 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी.“
बता दें कि पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी दफा नामांकन दाखिल किया है. इससे पहले वो 2014 और 2019 में भी नामांकन दाखिल कर चुके हैं. इससे पहले, सीएम केजरीवाल भी पीएम मोदी का आखिरी चुनाव बता चुके हैं. बीते दिनों, उन्होंने कहा था, “अगर इस बार बीजेपी चुनाव जीत भी जाती है, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान नहीं होंगे. इस बार अमित शाह प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. पीएम मोदी अमित शाह के लिए वोट मांग रहे हैं.“
सीएम केजरीवाल ने कहा था, “75 वर्ष की आयु पार कर चुके नेताओं को राजनीति से निष्क्रिय करने का नियम बीजेपी साल 2014 में लेकर खुद आई थी. इसके अंतर्गत प्रधानमंत्री अगले वर्ष 75 साल के हो जाएंगे, तो उन्हें राजनीति से संन्यास लेना होगा.“ इसके जवाब में हैदराबाद में प्रेस वार्ता में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था, “प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नरेंद्र मोदी ही विराजमान होंगे. केजरीवाल को इसकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.“