Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने युवाओं को दिया कामयाबी का मंत्र, कहा- कोई भी काम करने के लिए पुराने तरीकों में ना बंधे, थोड़ा हटकर सोचें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (28 फरवरी) आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में देश विदेश के लोगों से अपने विचार साझा कर रहे है. इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए आने वाले कुछ महीने विशेष महत्व रखते हैं. उन्होंने कहा कि युवा कोई भी काम करने के लिए पुराने तरीकों में ना बंधे. युवा पारंपरिक सोच से हटकर सोचें. साथ ही युवा हमारे वैज्ञानिकों को खूब पढ़ें और समझें.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (28 फरवरी) आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में देश विदेश के लोगों से अपने विचार साझा कर रहे है. इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए आने वाले कुछ महीने विशेष महत्व रखते हैं. उन्होंने कहा कि युवा कोई भी काम करने के लिए पुराने तौर तरीकों में बांधना नहीं चाहिए. युवा पारंपरिक सोच से हटकर सोचें. साथ ही युवा हमारे वैज्ञानिकों को खूब पढ़ें और समझें. जल सिर्फ जीवन ही नहीं, आस्था और विकास की धारा भी: PM मोदी
हमारे युवाओं को एक और बात संत रविदास जी से जरुर सीखनी चाहिए. उन्होंने कहा “युवाओं को कोई भी काम करने के लिये, खुद को पुराने तौर तरीकों में बांधना नहीं चाहिए. आप, अपने जीवन को खुद ही तय करिए. अपने तौर तरीके भी खुद बनाइए और अपने लक्ष्य भी खुद ही तय करिए. अगर आपका विवेक, आपका आत्मविश्वास मजबूत है तो आपको दुनिया में किसी भी चीज से डरने की जरुरत नहीं है. मैं ऐसा इसलिए कहता हूँ क्योंकि कई बार हमारे युवा एक चली आ रही सोच के दबाव में वो काम नहीं कर पाते, जो करना वाकई उन्हें पसंद होता है. इसलिए आपको कभी भी नया सोचने, नया करने में, संकोच नहीं करना चाहिए.”
इसी तरह, संत रविदास जी ने एक और महत्वपूर्ण सन्देश दिया है. ये संदेश है अपने पैरों पर खड़ा होना. संत रविदास जी के जीवन की आध्यात्मिक ऊंचाई को और उनकी ऊर्जा को मैंने उस तीर्थ स्थल में अनुभव किया है.
पानी की अहमियत पर बल देते हुए पीएम मोदी ने कहा “जल हमारे लिए जीवन, आस्था और विकास की धारा है, पानी एक तरह से पारस से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है. पानी के संरक्षण के लिए हमें अभी से ही प्रयास शुरू कर देने चाहिए, 22 मार्च को विश्व जल दिवस भी है. अब से कुछ दिन बाद जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल शक्ति अभियान 'कैच द रेन' शुरू किया जा रहा है.”