Congress President Mallikarjun Kharge On PM Modi: पीएम मोदी के पास मणिपुर के लोगों की पीड़ा दूर करने का समय नहीं- खड़गे
खड़गे ने ट्विटर पर लिखा, "मणिपुर उथल-पुथल है और मोदी सरकार उदासीन दिख रही है हमारे 'इंडिया' गठबंधन के सांसदों ने राज्य के दौरे पर लोगों से दर्द की दिल दहला देने वाली कहानियां सुनीं उन्होंने सभी समुदायों के साथ बातचीत की.
नई दिल्ली, 31 जुलाई: राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास चुनावी रैलियों के लिए समय है, लेकिन हिंसा पीड़ित लोगों की पीड़ा को संबोधित करने की जब बात आती है तो वह बहुत व्यस्त हो जाते हैं इसने मणिपुर को प्रभावित किया है और केंद्र स्थिति को संभालने में "अनाड़ी और पतवारहीन" प्रतीत होता है. यह भी पढ़े: Mallikarjun Kharge On Modi Government: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला, कहा- मोदी सरकार बेपरवाह है, सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को मणिपुर जाने की अनुमति देनी चाहिए
खड़गे ने ट्विटर पर लिखा, "मणिपुर उथल-पुथल है और मोदी सरकार उदासीन दिख रही है हमारे 'इंडिया' गठबंधन के सांसदों ने राज्य के दौरे पर लोगों से दर्द की दिल दहला देने वाली कहानियां सुनीं उन्होंने सभी समुदायों के साथ बातचीत की.
उन्होंने कहा, "10 हजार मासूम बच्चों सहित 50 हजार से अधिक लोग अपर्याप्त सुविधाओं वाले राहत शिविरों में रह रहे हैं, जहां खासकर महिलाओं के लिए सुविधाओं की कमी है वे दवाओं और भोजन की कमी का सामना कर रहे हैं आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, किसानों ने अपनी खेती बंद कर दी है लोग वित्तीय नुकसान और मनोवैज्ञानिक कठिनाइयों दोनों से जूझ रहे हैं समुदायों के बीच विभाजन गहराना चिंताजनक है.
खड़गे ने कहा, "चुनावी रैलियों, सेल्फ-पीआर ट्रेन के उद्घाटन और भाजपा की बैठकों में भाग लेने के बावजूद, प्रधानमंत्री मोदी के पास मणिपुर के लोगों की पीड़ा और पीड़ा को संबोधित करने या अंतर-सामुदायिक मुद्दों को हल करने की दिशा में काम करने के लिए समय नहीं है ऐसा लगता है कि मोदी सरकार अनजान है और मणिपुर की स्थिति से निपटने में दिशाहीनता, संसद में व्यापक बयान के अभाव से स्पष्ट है.
उनकी टिप्पणी सोमवार को मणिपुर से लौटने के बाद भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) के 21 सांसदों द्वारा पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति के बारे में सदन के नेताओं को जानकारी देने के बाद आई मणिपुर में 3 मई को जातीय संघर्ष भड़क उठी थी और तब से सैकड़ों लोग मारे गए तथा हजारों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गुट मणिपुर हिंसा पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा के अलावा प्रधानमंत्री से विस्तृत बयान की मांग कर रहा है.