Good News!!! मोदी सरकार ने आम आदमी को दी बड़ी राहत, पेट्रोल-डीजल 2.50 रुपये प्रति लीटर सस्ता किया
अरुण जेटली

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के बीच मोदी सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत दी है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम ढाई रुपये कम करने की घोषणा की है. और साथ ही उम्मीद जताई की राज्य सरकार भी तेल के दाम कम करने के लिए अहम कदम उठाएंगे. बता दें कि कल ही जेटली ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठक की थी.

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस वार्ता कर ऐलान किया कि देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में ढाई रुपये की कमी की जाएगी. जेटली ने कहा है कि सरकार एक्साइज ड्यूटी डेढ़ रुपये कम करेगी और तेल कंपनियां एक रुपये कम करेगी. जिसकी वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम ढाई रुपये कम हो जाएंगे. केंद्र के इस फैसले से तेल के बढ़ते दामों से परेशान लोगों को थोड़ी राहत जरुर मिलेगी.

इससे पहले भारतीय रिज़र्व बैंक ने सरकारी तेल कंपनियों को विदेशों से दीर्घकालीन कार्यशील पूंजी उधार लेने की अनुमति दे दी. रिजर्व बैंक ने नीति में ढील देते हुए सरकारी खुदरा तेल विक्रेता कंपनियों को विदेशों से दस अरब डॉलर तक उधार लेने की अनुमति दी है. इससे पहले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और हिन्‍दुस्‍तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड सहित तेल विपणन कंपनियों को दीर्घावधि आधार पर बाहर से उधार लेने की अनुमति नहीं थी.

गुरुवार को एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम में इजाफा हुआ. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 15 पैसे और डीजल 20 पैसे प्रतिलीटर महंगा हुआ है. आपकों बता दें कि 1 जनवरी को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 69.97 रुपये प्रति लीटर थी, डीजल के दाम 59.70 रुपये प्रति लीटर थी.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दामों में कटौती की घोषणा करते हुए बताया कि उत्पाद शुल्क में कटौती से केंद्र सरकार को 10,500 करोड़ रुपये के कर राजस्व का नुकसान होगा. ज्ञात हो कि खुदरा ईंधन की कीमत में करीब आधा हिस्सा केंद्रीय तथा राज्यों के कर का है. तेल कंपनियों के अनुसार रिफाइनरी में पेट्रोल की लागत करीब 40.50 रुपये लीटर है जबकि डीजल 43 रुपये लीटर बैठता है.

केंद्र फिलहाल पेट्रोल पर 19.48 रुपये लीटर जबकि डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क वसूलती है. इसके ऊपर राज्य सरकारें मूल्य वद्धिर्त कर (वैट) लगाती हैं. सबसे कम वैट अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में है. वहां दोनों ईंधन पर छह प्रतिशत कर वसूला जाता है. वहीं मुंबई में पेट्रोल पर वैट सर्वाधिक 39.12 प्रतिशत जबकि तेलंगाना में डीजल पर सर्वाधिक 26 प्रतिशत वैट है. दिल्ली में पेट्रोल और डीजल पर वैट क्रमश: 27 प्रतिशत और 17.24 प्रतिशत है. दिल्ली में कर की दरें कम होने से ईंधन की कीमत सभी महानगरों तथा राज्यों की राजधानी में सबसे कम है.