Petrol and Diesel Price 27th November: पेट्रोल की महंगाई पर पांच दिन बाद लगा ब्रेक, डीजल के दाम स्थिर, जानें अपने प्रमुख शहरों के रेट्स
पेट्रोल के दाम में पांच दिनों से लगातार जारी वृद्धि का सिलसिला बुधवार को थम गया. तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है. वहीं, डीजल की कीमत भी लगातार तीसरे दिन स्थिर रही. उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में भी लगातार दूसरे दिन नरमी देखी जा रही है.
पेट्रोल (Petrol) के दाम में पांच दिनों से लगातार जारी वृद्धि का सिलसिला बुधवार को थम गया. तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है. वहीं, डीजल की कीमत भी लगातार तीसरे दिन स्थिर रही. उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में भी लगातार दूसरे दिन नरमी देखी जा रही है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम पूर्ववत क्रमश: 74.76 रुपये, 77.44 रुपये, 80.42 रुपये और 77.72 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है.
डीजल की कीमत भी चारों महानगरों में बिना किसी बदलाव के क्रमश: 65.73 रुपये, 68.14 रुपये, 68.94 रुपये और 69.47 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के फरवरी अनुबंध में बुधवार को 0.22 फीसदी की नरमी के साथ 62.98 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के जनवरी अनुबंध में 0.38 फीसदी की नरमी के साथ 58.19 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था. एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट, एनर्जी व करेंसी रिसर्च, अनुज गुप्ता ने बताया कि अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में अप्रत्याशित वृद्धि होने की रिपोर्ट को लेकर कच्चे तेल के दाम में नरमी आई है.
हालांकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसलों को सुलझाने की दिशा में हो रहे प्रयासों से तेल के दाम को सपोर्ट मिल रहा है. साथ ही, अगले महीने पांच-छह दिसंबर को वियना में होने वाली ओपेक की बैठक में तेल के उत्पादन में कटौती आगे जारी रखने का फैसला लिए जाने की उम्मीद है जिससे तेल के दाम को सपोर्ट मिलेगा.
अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार बीते सप्ताह अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 36 लाख बैरल की वृद्धि के साथ 44.96 करोड़ बैरल हो गया. हालांकि बाजार को बहरहाल अमेरिकी एजर्नी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) की रिपोर्ट का इंतजार है.