नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) ने सोमवार को मोदी सरकार पर हमला करते हुए दावा किया कि इजरायली स्पाइवेयर पेगासस (Spyware Pegasus) का उपयोग करके पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कई अन्य विपक्षी नेताओं, मीडिया समूहों और अलग अलग क्षेत्रों के प्रमुख लोगों की जासूसी कराई गई. ऐसे में इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए या फिर उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए. स्पाइवेयर पेगासस मामले में पीएम मोदी की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए. इन आरोपों के बाद बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कांग्रेस पर हमला करते हुए सरकार का बचाव किया है.
हालांकि पेगासस जासूसी कांड मामले में उन्होंने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के बजाय बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने समय का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण आयोजनों के समय इस तरह के सवाल क्यों उठाए जाते हैं? ट्रम्प की यात्रा के दौरान दंगे भड़काए गए थे, 2019 के चुनावों के दौरान पेगासस की कहानी प्रसारित की गई थी और अब फिर यह तब चर्चा में है जब संसद सत्र है और जब कांग्रेस बहुत खराब स्थिति में है. यह भी पढ़े: Pegasus Leak: कांग्रेस की मागं, पेगासस के जरिए राहुल गांधी समेत कई प्रमुख लोगों की जासूसी की गई, गृह मंत्री अमित शाह दें इस्तीफा
Why these kinds of questions are raised at the time of important events? Riots were incited during Trump's visit, Pegasus story was circulated during 2019 polls & again it's in the news when Parliament is in session & when Congress is in a very bad situation: BJP leader RS Prasad pic.twitter.com/Bztc9DPrd3
— ANI (@ANI) July 19, 2021
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला मोदी सरकार से सवाल किया कि ‘‘मोदी जी, आप राहुल गांधी जी की फोन की जासूसी करवाकर कौन से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे थे? आप मीडिया समूहों और चुनाव आयुक्त की जासूसी करवाकर किस आतंकवादी से लड़ रहे थे. अपने खुद के कैबिनेट मंत्रियों की जासूसी करवाकर कौन से आतंकवाद से लड़ रहे थे?’’ कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि राहुल गांधी के कार्यालय के कई लोगों की भी जासूसी कराई गई.
सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को लोकसभा में जो वक्तव्य दिया वो झूठ था. सुरजेवाला ने कहा, ‘‘मंत्री जी, आपने राज्यसभा में कांग्रेस के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर शायद पुराने आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का जवाब पढ लेते को इतना झूठ नहीं बोलते। उस वक्त के मंत्री ने कहा था कि नवंबर, 2019 में इजरायली कंपनी एनएसओ को नोटिस दिया गया. (इनपुट एजेंसी के साथ)