चेन्नई, 12 मई : एआईएडीएमके (AIADMK) के समन्वयक और पूर्व उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता के पद के लिए एडप्पादी के पलानीस्वामी ने पदभार सौंपा था, तमिलनाडु विधानसभा में उप नेता के पद की पार्टी की पेशकश को अस्वीकार कर दिया है. सोमवार को एआईएडीएमके मुख्यालय में हुई बैठक में 66 में से 61 एमएलए ने अपना वोट ईपीएस को दिया.
जिसके बाद पन्नीरसेल्वम को जमीनी हकीकत स्वीकार करने पर मजबूर होना पड़ा. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता जो विधायक भी हैं, ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ओपीएस ने विपक्षी नेता के पद के लिए पूर्व अध्यक्ष पी धनपाल के नाम को आगे बढ़ाने की कोशिश की थी, लेकिन जल्दबाजी में उन्होंने पार्टी मुख्यालय छोड़ दिया. यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजी
जयललिता के निधन के बाद से एआईएडीएमके में आई यह दरार और भ्रष्टाचार के आरोपों में शशिकला को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप से सीधे दोनों नेताओं के साथ बातचीत में शामिल किया गया था. पन्नीरसेल्वम द्वारा उप नेता के पद की अस्वीकृति एक स्पष्ट संकेत है कि वह शांत नहीं रहेंगे. पार्टी में दरार की संभावना है.