पाकिस्तान की नियत कितनी पाक है, इसका खुलासा कई बार हो चूका है. मुंह में राम लेकिन बगल में छुरी. कुछ ऐसी ही है पाक की नियत. भले ही पाकिस्तान भारत से बेहतर रिश्ते की बात करता हो लेकिन पीठ पीछे उसकी हरकत अक्सर रिश्तों में दरार डाल देता है. फिर चाहे मामला 26/11 हमले का हो या फिर कारगिल वॉर ( Kargil War) का क्यों न हो. एक बार फिर से पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब हो गया है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (Pakistan Muslim League)- नवाज के नेता और सीनेटर परवेज राशिद (Senator Pervaiz Rashid) ने इस बात का खुलासा किया है.
मुस्लिम लीग- नवाज के नेता और सीनेटर परवेज राशिद ने बताया कि, शरीफ और भारतीय नेतृत्व कश्मीर मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे और भारतीय नेतृत्व इसके समाधान के लिए तैयार था. लेकिन पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) ने सरकार की अनुमति के बगैर करगिल की लड़ाई शुरू कर दी जिससे भारत के साथ वार्ता टूट गई और नवाज शरीफ सरकार गिर गई. उन्होंने कहा कि कश्मीरियों का खून बहने के जिम्मेदार जनरल मुशर्रफ हैं. कश्मीरियों की दुर्दशा का कारण मुशर्रफ हैं क्योंकि उन्होंने इस मुद्दे का समाधान नहीं होने दिया.
गौरतलब हो कि जनरल मुशर्रफ मुशर्रफ वर्तमान में दुबई में रहते हैं और 2007 में संविधान को निलंबित रखने के लिए देशद्रोह के आरोप सहित कई आरोपों का सामना कर रहे हैं. पूर्व सैन्य शासक उपचार के लिए 2016 में संयुक्त अरब अमीरात रवाना हुए थे और तब से वह नहीं लौटे हैं. 1999 में करगिल युद्ध के दौरान वह सेना प्रमुख थे. (भाषा इनपुट )