
नई दिल्ली: पाकिस्तान द्वारा लगातार दूसरे दिन जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में ड्रोन हमले किए गए, जिससे भारत-पाक सीमा पर तनाव और गहरा गया है. शुक्रवार को किए गए इन हमलों को भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते इंटरसेप्ट कर लिया, लेकिन कई इलाकों में ब्लैकआउट, धमाकों और भारी फायरिंग ने आम नागरिकों को भयभीत कर दिया है. जम्मू-कश्मीर में जम्मू, सांबा, राजौरी, उरी, पूंछ, नोगाम और कुपवाड़ा में लगातार ड्रोन दिख रहे हैं कई इलाकों में धमाके भी सुनाई दे रहे हैं. यही हाल पंजाब में अमृतसर, पठानकोट और फिरोजपुर में भी है. राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में भी ड्रोन दिख रहे हैं. हालांकि पाकिस्तान की तमाम कोशिशों को भारतीय सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया.
भारत-पाक तनाव के बीच 28 एयरपोर्ट 15 मई तक बंद, हवाई यात्रियों के लिए अलर्ट जारी.
फिरोजपुर और पठानकोट में पूर्ण ब्लैकआउट
पंजाब के फिरोजपुर में पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया गया, जिससे इलाके में घुप अंधेरा छा गया. इसके बाद सायरन और विस्फोटों की आवाज़ें सुनाई दीं. पठानकोट और जम्मू में भी लगातार दूसरी रात अंधेरा और सायरनों के साथ लोगों की नींद उड़ी रही.
फिरोजपुर में एक पाकिस्तानी ड्रोन ने रिहायशी इलाके पर हमला किया और एक परिवार घायल हो गया. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
फिरोजपुर में एक परिवार घायल
Punjab | One Pakistani drone has hit a residential area in Firozpur and injured a family. Rushed to hospital for further treatment
— ANI (@ANI) May 9, 2025
अमृतसर और श्रीनगर में भी दहशत
अमृतसर में ड्रोन गतिविधि के बाद भारी गोलीबारी शुरू हुई. श्रीनगर में बिजली गुल हो गई, जिससे वहां भी भय का माहौल रहा.
कुपवाड़ा और सांबा सेक्टर में भारी गोला-बारी
नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास भारी तोपों से फायरिंग की गई. साथ ही, सांबा, पूंछ और हैंडवाड़ा सेक्टर में भी पाकिस्तानी सेना की ओर से भारी गोलाबारी की गई.
सीएम उमर अब्दुल्ला ने दी चेतावनी और अपील
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, "कभी-कभी धमाकों की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं, संभवतः भारी तोपों की फायरिंग हो रही है." एक अन्य पोस्ट में उन्होंने जनता से अपील की, "मेरी सभी से विनम्र अपील है कि जम्मू और आसपास के लोग सड़कों से दूर रहें, अपने घरों या सुरक्षित स्थानों पर रहें, अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अप्रमाणित खबरें फैलाएं. हम सब मिलकर इस स्थिति से निकलेंगे."