पाकिस्तान ने फिर तोड़ा सीजफायर, राजौरी में 1 सेना का जवान हुआ शहीद
जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक शनिवार को पाकिस्तानी स्नाइपर की गोलीबारी में एक सैनिक शहीद हो गया. यह जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी. प्रवक्ता ने बताया कि शहीद सैनिक राइफलमैन वरूण कत्तल (21) जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के मवा राजपुरा क्षेत्र का निवासी है
जम्मू: जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक शनिवार को पाकिस्तानी स्नाइपर की गोलीबारी में एक सैनिक शहीद हो गया. यह जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी. प्रवक्ता ने बताया कि शहीद सैनिक राइफलमैन वरूण कत्तल (21) जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के मवा राजपुरा क्षेत्र का निवासी है. उसके परिवार में मां पिंकी रानी और पिता अचल सिंह है. जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक पिछले दो दिनों में दूसरी बार स्नाइपर ने हमला किया. शुक्रवार को जम्मू के अखनूर सेक्टर में इसी तरह के हमले में सेना के एक पोर्टर की मौत हो गयी थी.
रक्षा प्रवक्ता ने बताया, ‘‘सुबह तकरीबन पौने दस बजे सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. सीमा पार से स्नाइपर ने एक सैनिक पर गोली चलाई और घायल सैनिक की सुबह 11.10 बजे मौत हो गई.’’उन्होंने कहा, ‘‘राइफलमैन कत्तल बहादुर और निष्ठावान सैनिक थे.राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान के लिए देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा.’’उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तानी चौकियों को समुचित जवाब दिया. 21 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री रेजीमेंट के तीन सैनिक और हथियारों से लैस दो घुसपैठिए और आतंकी मारे गए थे. यह भी पढ़े: पाकिस्तान ने की फिर से की नापाक हरकत, BSF जवान की गला रेत कर हत्या, सेना लेगी बदला
माना जाता है कि घुसपैठिये पाकिस्तान सेना की बार्डर एक्शन टीम (बीएटी) के सदस्य थे. छह नवंबर को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में कलाल में सीमा की दूसरी तरफ से स्नाइपर हमले में एक सैनिक घायल हो गया था.राजौरी पुंछ सेक्टर के मंजाकोट में नियंत्रण रेखा के नजदीक शुक्रवार को गोलीबारी की एक अन्य घटना में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था. पिछले आठ साल के दौरान इस साल पाकिस्तान की तरफ से संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं. गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में बताया कि इस साल पहले सात महीने में प्रदेश में 1435 दफा संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया जिसमें 52 लोग मारे गये और 232 लोग घायल हुए हैं.