नई दिल्ली: आतंकियों को पनाह देने को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने वाला पाकिस्तान अभी भी बिलकुल नहीं सुधरा है. सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए मुंहतोड़ जवाब मिलने के बाद भी पाकिस्तान सीमा पार बेशर्मी के साथ आतंकी कैंप चला रहा है. सेना के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की छत्रछाया में एलओसी के पार 16 आतंकी कैंप सक्रिय है.
खुफिया एजेंसियों से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार सेना के सूत्रों ने कहा कि 16 आतंकी ट्रेनिंग कैंप पिछले कुछ महीनों से सक्रिय हैं. इसके अलावा घुसपैठ के लिए और अधिक कैंप शुरू होने की प्रक्रिया में हैं. भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की पूरी हरकत पर नजर बनाए हुए है और नियंत्रण रेखा पर किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए तैयार हैं.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सेना के सूत्रों के हवाले से बताया कि घाटी में भारतीय सेना के अभियान का असर साफ तौर पर दिख रहा है. सुरक्षाबलों द्वारा चलाये जा रहे आतंकियों के खात्मे के अभियान ने आतंकी संगठनो की कमर तोड़ दी है. सेना के सूत्रों ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद को गंभीर झटका लगा है क्योंकि उसे कश्मीर घाटी में स्थानीय युवाओं का कोई समर्थन नहीं मिल रहा है.
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गौरतलब हो कि सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के मौजूदा नेतृत्व को खत्म करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है. हाल ही में सुरक्षाबलों ने अलकायदा से जुड़े आतंकी समूह अंसार गजवात-उल-हिंद (Ansar Ghazwat-ul-Hind) का मुखिया जाकिर मूसा (Zakir Musa) को मार गिराया. जाकिर मूसा के खात्मे से घाटी में आतंकियों का मनोबल टूट गया है. साल 2016 में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद घाटी में आतंक फैलाने की जिम्मेदारी जाकिर मूसा को सौंपी गई थी.