नई दिल्ली, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि रघुराम राजन की कहानी फिर से दोहराई जा रही है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल को उनके पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं. चिदंबरम ने कहा कि आरएसएस से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) चाहता है कि पटेल को उनके पद से हटा दिया जाए. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, "स्वदेशी जागरण मंच उर्जित पटेल को इस पद से हटाना चाहता है. इसका मतलब है कि मोदी सरकार चाहती है कि वह चले जाएं. रघुराम राजन की कहानी दोहराई जा रही है."
एसजेएम ने कथित तौर पर जोर देकर कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अधिकारियों को संयम दिखाना चाहिए या इस्तीफा दे देना चाहिए. बता दें कि केंद्रीय बैंक और केन्द्र सरकार के रिश्तों की तकरार को बीते हफ्ते आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने मीडिया के सामने लाया था. आचार्य ने कहा था कि सरकार और रिजर्व बैंक के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है, और केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता पर हमला देश के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है.
Swadeshi Jagran Manch wants Dr Urjit Patel out. That means the Modi government wants him
to go. It is a repeat of the Raghuram Rajan story
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 3, 2018
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने की थी आलोचना
गौरतलब है कि मंगलवार को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने रिजर्व बैंक की तीखी आलोचना की थी. जेटली ने कहा था कि शीर्ष बैंक 2008 से 2014 के बीच अंधाधुंध कर्ज देने वाले बैंकों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहा. उन्होंने कहा कि बैंकों में फंसे कर्ज (एनपीए) की मौजूदा समस्या का यही कारण है. जेटली ने ‘इंडिया लीडरशिप समिट’ में कहा, ‘वैश्विक आर्थिक संकट के बाद आप देखें 2008 से 2014 के बीच अर्थव्यवस्था को कृत्रिम रूप से आगे बढ़ाने के लिये बैंकों को अपना दरवाजा खोलने तथा अंधाधुंध तरीके से कर्ज देने को कहा गया.’