VIDEO: तिरुमला में सभी कर्मचारी हिंदू होने चाहिए, लेकिन वक्फ में चाहिए गैर-मुस्लिम, TTD चेयरमैन नायडू के फरमान पर ओवैसी भड़के
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Tirumala Workers Row:  तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के नए चेयरमैन बीआर नायडू (BR Naidu) ने संस्थान को लेकर या फरमान सुनाया दिया है. नायडू ने कहा कि भगवान वेंकटेश्वर के निवास तिरुमला में काम करने वाले सभी लोग हिंदू होने चाहिए. उन्होंने कहा कि तिरुपति धार्मिक स्थल है, इसलिए किसी भी अधिकारी को जो गैर हिन्दू है उन्हें वहां से हटाएंगे. बीआर नायडू के अध्यक्ष के इस फरमान का AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध जताया है. यह भी पढ़े: Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति लड्डू विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, जांच के लिए स्वतंत्र SIT टीम गठित

जानें ओवैसी ने क्या कहा:

ओवैसी ने मीडिया से बातचती में TTD के नए चेयरमैन के बहाने केंद्र मोदी सरकार के प्रस्तावित वक्फ कानून पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के चेयरमैन का कहना है कि तिरुमाला में सिर्फ हिंदुओं को ही काम करना चाहिए. लेकिन मोदी सरकार वक्फ बोर्ड और वक्फ काउंसिल में गैर-मुस्लिमों का होना अनिवार्य बनाना चाहती है. ज्यादातर हिंदू बंदोबस्ती कानून इस बात पर जोर देते हैं कि सिर्फ हिंदू ही इसके सदस्य होने चाहिए. जो नियम एक के लिए सही है वही दूसरे के लिए भी सही होना चाहिए, है न?’

नायडू के फरमान पर ओवैसी भड़के:

जानें नायडू ने क्या कहा:

मामले में नायडू ने कहा कि अन्य धर्मों से जुड़े कर्मचारियों को लेकर जल्द ही फैसला होगा कि उन्हें वीआरएस (VRS) देना है या उनका तबादला करना है. नायडू ने बोर्ड का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी देने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू को धन्यवाद दिया. बोर्ड ने नए अध्यक्ष नायडू ने आरोप लगाया कि पिछली YSR कांग्रेस सरकार के दौरान तिरुमला में कई अनियमितताएं हुईं. उन्होंने कहा कि मंदिर की पवित्रता बरकरार रखी जानी चाहिए. इसलिए तिरुमला में सभी कर्मचारी हिंदू होने चाहिए.